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पूछताछ में हुआ कई चौंकाने वाले विवरणों का खुलासा
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मालिक के साथ जाने की वजह से बची बच्चे की जान – डीसीपी
भुवनेश्वर. भुवनेश्वर के डीसीपी उमाशंकर दाश ने बुधवार को ओडिशा की राजधानी शहर स्थित भीमटांगी में छह जुलाई को गृहिणी प्रियंका प्रियदर्शिनी की सनसनीखेज हत्या में शामिल मुख्य आरोपी जगन्नाथ प्रधान के बारे में और अधिक चौंकाने वाले विवरणों का खुलासा किया.
आज मीडिया को जानकारी देते हुए दाश ने इस भीषण हत्या को अंजाम देने के आरोपियों के तौर-तरीकों के बारे में विस्तार से बताया. एयरफील्ड पुलिस स्टेशन में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा जगन्नाथ से लंबी पूछताछ के बाद ब्रीफिंग की गई थी.
दाश ने कहा कि जगन्नाथ ने अपनी पूर्व प्रेमिका प्रियंका की हत्या से चार दिन पहले एक सुसाइड नोट तैयार किया था. बाद में उन्होंने अपने परिवार के व्हाट्सएप ग्रुप पर उस दुर्भाग्यपूर्ण दिन एक संदेश पोस्ट किया था, जिसमें कहा था कि प्रियंका के साथ रिश्ते में वापस आने के बाद उनका जीवन बर्बाद हो गया है. इसलिए वह अपना जीवन समाप्त करना चाहता था. घटना के दिन छह जुलाई को जगन्नाथ चॉकलेट, कोल्ड ड्रिंक, चाकू, जहर और सिंदूर लेकर प्रियंका के घर पहुंचा. उस वक्त प्रियंका अपने तीन साल के बेटे के साथ घर में अकेली थी. डीसीपी ने कहा कि उन्होंने उन दोनों के साथ सेल्फी क्लिक की. इसी बीच बिल्डिंग की ऊपरी मंजिल में रहने वाला प्रियंका के घर का मकान मालिक ‘दही बड़ा’ लेकर आ गया. पकड़े जाने से बचने के लिए जगन्नाथ बाथरूम में छिप गया. इसके बाद घर के मालिक ने प्रियंका को फास्ट-फूड दे दिया और उसके बेटे को अपने साथ लेकर चला गया, तो जगन्नाथ बाथरूम से बाहर आया और प्रियंका को तुरंत अपने साथ जाने के लिए मजबूर किया. हालांकि, जब उसने इनकार किया, तो उनके बीच गरमागरम बहस हो गयी. डीसीपी ने कहा कि जगन्नाथ ने लड़ाई के बाद गुस्से में प्रियंका की हत्या करने की बात कबूल की है. हालांकि, उसे मारने से पहले उसने उनके बंधन और अवैध विवाह के निशान के रूप में उसके सिर पर एक चुटकी सिंदूर लगा दिया.
दाश ने कहा कि प्रधान ने तीन दिन पहले सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उसने खुद को, प्रियंका और उसके बेटे को मारने का जिक्र किया था. हालांकि बच्चा बच गया, क्योंकि घर का मालिक अंदर आ गया था. इधर, प्रधान को आज अस्पताल से छुट्टी मिल गई और एयरफील्ड पुलिस ने उससे पूछताछ की. उसने जघन्य अपराध कबूल कर लिया है. डीसीपी ने बताया कि आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा. प्रधान को यहां कैपिटल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, क्योंकि हत्या करने के बाद उसकी कलाई में गंभीर चोटें आई थीं. बाद में उन्हें प्लास्टिक सर्जरी के लिए एम्स भुवनेश्वर में स्थानांतरित कर दिया गया था.