बालेश्वर. जिले के चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) के लॉन्चपैड नंबर-5 से सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ के नये संस्करण का सफल परीक्षण सोमवार को किया गया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस मिसाइल को पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों या भूमि-आधारित प्लेटफार्मों से लॉन्च किया जा सकता है और इसकी मारक क्षमता 400 किलोमीटर है. इसे दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक मिसाइल माना जाता है, जो ध्वनि की गति से 2.8 गुना अधिक गति को धारण कर सकती है. उल्लेखनीय है कि दो नदियों, भारत में ब्रह्मपुत्र और रूस में मोस्कवा, के नाम पर इस मिसाइल को ब्रह्मोस एयरोस्पेस द्वारा विकसित किया गया है. इसे भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और रूस के एनपीओएम के बीच एक संयुक्त उद्यम से विकसित किया गया है.