-
आदिवासी और अघरिया मतदाताओं को रिझाने का प्रयास तेज
झारसुगुड़ा। झारसुगुड़ा विधानसभा सीट के लिए आगामी 10 मई को होने वाले उपचुनाव को लेकर सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने प्रचार अभियान में ताकत झोंक दी है। मतदाताओं को लुभाने के लिए सभी दल प्रयास में लगे हैं।
झारसुगुड़ा विधानसभा क्षेत्र में आदिवासी और अघरिया मतदाताओं की भूमिका उपचुनाव में महत्वपूर्ण होगी तथा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि का भाग्या यह मतदाता तय करेंगे। इस क्षेत्र इनकी संख्या कुल मतदाताओं का 66 प्रतिशत हैं। इसलिए भाजपा, बीजद और कांग्रेस के स्टार प्रचारक इनको रिझाने में जुटे हैं।
राजनीतिक दल इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि जो पार्टी इन दोनों वर्गों से अधिक से अधिक वोट हासिल करने में सफल होगी, वह अनुकूल स्थिति में होगी।
आंकड़ों के अनुसार, आदिवासी मतदाता अकेले निर्वाचन क्षेत्र के कुल मतदाताओं का 48 प्रतिशत हैं। गोंड, किसान, खड़िया, कोल और भुइयां जनजाति के ये मतदाता ज्यादातर किरिमिरा और लाइकेरा प्रखंडों में रहते हैं।
उल्लेखनीय है कि दिवंगत नेता नव किशोर दास अपने राजनीतिक जीवन के दौरान हमेशा इन मतदाताओं के समर्थन का आनंद लेते रहे हैं। वह लाइकेरा ब्लॉक में गोंड समाज के पीठासीन देवता की पूजा करने के लिए जंघा बड़देव मंदिर जाते थे।
इस चुनाव से पूर्व गोंडवाना गोंड महासभा का राष्ट्रीय सम्मेलन 11 फरवरी को झारसुगुड़ा में आयोजित किया गया था। इस दौरान कुछ लोगों ने दिवंगत नेता नव किशोर दास की अनुपस्थिति को महसूस किया गया, वहीं केंद्रीय मंत्री शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। भाजपा स्वतंत्रता सेनानी करुणाकर सिंह नायक के उत्तराधिकारी अमरेंद्र प्रताप सिंह को शामिल कर अधिक आदिवासी वोट हासिल करने की कोशिश कर रही है।
दूसरी ओर बीजद आदिवासी मतदाताओं को लुभाने के लिए कांग्रेस से बीजद में आए दलबदलू महेंद्र नायक पर भरोसा कर रही है।
बीजद सांसद निरंजन बीसी ने कहा कि झारसुगुड़ा विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं में से 48 प्रतिशत आदिवासी मतदाता हैं और वे बीजेडी के लिए अपना वोट डालेंगे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता रवी नायक ने कहा कि अतीत में टंकधर त्रिपाठी ने गरीबों के लिए लड़ाई लड़ी है। उन्हें पक्के घर दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी, आदिवासियों के लिए लड़ाई लड़ी। इस वजह से वे उनका समर्थन कर रहे हैं।
आदिवासी मतदाता कांग्रेस के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग क्यों करेंगे, इस पर वरिष्ठ नेता भुजबल मांझी ने कहा कि आदिवासी मतदाता कांग्रेस को वोट देंगे। वे जानते हैं कि कांग्रेस आदिवासियों के लिए है।
अघरिया जाति से बहुत मदद मिलेगी – पाण्डेय
झारसुगुड़ा विधानसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में अघरिया मतदाताओं की संख्या 18 प्रतिशत है। सबसे पुरानी पार्टी के उम्मीदवार तरुण पांडेय इसी जाति के हैं। इसलिए पार्टी को उम्मीद है कि वह अधिक से अधिक वोट हासिल करेगी। पांडेय ने कहा कि चूंकि मैं अघरिया जाति से संबंधित हूं, इससे मुझे बहुत मदद मिलेगी।
दूसरी ओर बीजद और भाजपा ने इन वोटरों को रिझाने के लिए अपनी-अपनी रणनीति बनाई है।
सभी वर्गों से वोट मिलेंगे – टंकधर त्रिपाठी
भाजपा प्रत्याशी टंकधर त्रिपाठी ने कहा कि हमें सभी वर्गों से वोट मिलेंगे। वे हमारी पार्टी को चुनेंगे, क्योंकि कांग्रेस पार्टी बीजू जनता दल की बी टीम है।
विकास महत्वपूर्ण भूमिका निभाता – दीपाली
जीत की उम्मीद जताते हुए बीजद उम्मीदवार दीपाली दास ने कहा कि यह विकास है जो एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लोग उस पार्टी के साथ हैं, जिसने उन्हें विकास दिलाया है।