काठमांडू। नेपाल के पोखरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण में हुई अनियमितता के बारे में ट्वीट करने को लेकर चीन के राजदूत द्वारा सरेआम धमकी दिए जाने पर सोशल मीडिया पर उनको ट्रोल का सामना करना पड़ा है। इस एयरपोर्ट का निर्माण चीन की कंपनी ने किया है।
नेपाल के आर्थिक मामलों के वरिष्ठ पत्रकार गजेन्द्र बुढाथोकी ने बुधवार सुबह ट्विटर (एक्स) पर पोखरा एयरपोर्ट के निर्माण के लिए चीन द्वारा दिए गए कर्ज को लेकर टिप्पणी की है। उन्होंने लिखा कि चीन पोखरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के लिए दो प्रतिशत के ब्याज दर पर कर्ज देने का ढिंढोरा पीट रहा है लेकिन असल में वो पांच प्रतिशत का ब्याज वसूल रहा है। बुढाथोकी के इस पोस्ट के बाद काठमांडू में पदस्थ चीन के राजदूत चेन सांग ने तत्काल टिप्पणी की। उन्होंने लिखा कि पत्रकार चीन के खिलाफ भ्रम फैला रहे हैं। यदि इस तरह की बात है तो उन्हें सबूत पेश करना चाहिए। चीनी राजदूत की इस टिप्पणी पर पत्रकार बुढाथोकी ने लिखा कि उनके पास इस बात का प्रमाण सुरक्षित है और समय आने पर इसको सार्वजनिक करेंगे।
चीनी राजदूत यहीं नहीं रुके, उन्होंने पत्रकार को धमकी भरे लहजे में लिखा कि इस तरह का भ्रम फैलाने वाले पत्रकार को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। चीनी राजदूत की इस धमकी पर पत्रकार ने पोखरा एयरपोर्ट को लेकर नेपाल और चीन के एग्जिम बैंक के साथ हुए समझौते के उस हिस्से को सार्वजनिक किया जिसमें कर्ज के ब्याज का उल्लेख था। पत्रकार ने यह भी लिखा कि चीनी राजदूत अपनी हद में रहें।
इस घटना के बाद चीनी राजदूत को सोशल मीडिया पर लोग जमकर ट्रोल कर रहे हैं। अधिकांश यूजर्स चीनी राजदूत के इस अमर्यादित व्यवहार को लेकर उनसे माफी मांगने की मांग कह रहे हैं। सिर्फ पत्रकार ही नहीं बल्कि कई राजनीतिक दलों और आम लोगों ने चीनी राजदूत को जमकर फटकार लगाई है। लोगों ने नेपाल के विदेश मंत्रालय से चीनी राजदूत को तलब कर उनको हद में रहने की चेतावनी दिए जाने की मांग की।
साभार – हिस