काठमांडू। देश के चर्चित ललिता निवास जमीन घोटाले में जांच एजेंसी केन्द्रीय अनुसंधान ब्यूरो (सीआईबी) ने दो पूर्व प्रधानमंत्रियों का बयान दर्ज किया है। इस बयान के बाद अब जमीन घोटाले में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी चल रही है।
सीआईबी के प्रवक्ता एसपी नवराज अधिकारी ने बताया कि जमीन घोटाले में नीतिगत निर्णय करने को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल और डा. बाबूराम भट्टराई का बयान लिया गया है। उन्होंने कहा कि दोनों पूर्व प्रधानमंत्रियों के निवास में जाकर ही बयान लिया गया है।
नवराज अधिकारी ने कहा कि बयान लेने के लिए सीआईबी प्रमुख अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक (एआईजी) किरण बज्राचार्य खुद गई थीं। जमीन घोटाले से जुड़े सभी सवालों पर दोनों पूर्व प्रधानमंत्रियों का जवाब लेने की जानकारी दी गई है। बयान देने की पुष्टि दोनों पूर्व प्रधानमंत्रियों की तरफ से भी की गई है। डा. बाबूराम भट्टराई के निजी सचिव विश्वदीप पाण्डे ने बयान जारी कर कहा है कि बीती रात को डा. भट्टराई ने अपने ही निवास में सीआईबी के अधिकारियों के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया है। डा. भट्टराई की तरफ से इस जमीन घोटाले से जुड़ी हुई सभी जानकारियां सीआईबी को देने की बात बयान में उल्लेखित है।
इसी तरह पूर्व प्रधानमंत्री माधव नेपाल की तरफ से उनकी पार्टी एकीकृत समाजवादी ने ही विज्ञप्ति जारी कर सीआईबी के समक्ष बयान देने की बात कही है। पार्टी के प्रवक्ता जगन्नाथ खतिवडा की तरफ से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि देश के कानून और संविधान का सम्मान करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री ने सीआईबी के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया है।
सीआईबी के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों पूर्व प्रधानमंत्रियों का बयान लेने के बाद इस मामले में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि अगले दो तीन दिन में सर्वोच्च अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी।