नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष एवं राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को कहा कि पिछले सप्ताह महाकुंभ में मची भगदड़ में हजारों लोगों की मौत हो गई, जिन्हें मैं श्रद्धांजलि देता हूं। उनके इस बयान को लेकर सदन में जोरदार हंगामा हुआ और सभापति जगदीप धनखड़ ने उनसे यह बयान वापस लेने को कहा।
खरगे ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर आज राज्यसभा में हुई चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि मेरा कहना है कि वहां (महाकुंभ भगदड़ में) हजारों लोग मारे गए। अगर आप कहते हैं कि मैं गलत हूं तो कम से कम वहां हुई मौतों की सही संख्या की रिपोर्ट जारी कर दें। उनके इस बयान पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा किया। इस पर खरगे ने कहा, मैंने किसी को दोषी ठहराने के लिए ‘हजारों’ नहीं कहा लेकिन कितने लोग मारे गए, कम से कम यह जानकारी तो दें। यह मेरा अंदाजा है, अगर मैं गलत हूं तो मैं सुधार करने के लिए तैयार हूं। उन्हें (सरकार को) आंकड़ा देना चाहिए कि कितने लोग मारे गए, कितने लापता हैं।
इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने उनसे अपने बयान को वापस लेने का आग्रह किया। सभापति ने कहा, “विपक्ष के नेता ने हजारों की संख्या में आंकड़े देकर एक परिदृश्य का संकेत दिया है। मैं उनसे अपील करता हूं कि इस सदन में जो भी कहा जाता है, उसका बहुत महत्व होता है। आपने कुछ ऐसा कहा है, जिससे सभी स्तब्ध हैं। यहां से पूरी दुनिया में संदेश जाता है, भले ही उसका खंडन हो। क्या आप उस हद तक जा सकते हैं? आप इस देश के एक वरिष्ठ नेता हैं, इस नाते मैं आपसे अपील करूंगा, अगर आप हजारों में आंकड़ा देते हैं तो मैं केवल आपकी अंतरात्मा से अपील कर सकता हूं।” सभापति के इस आग्रह के बाद खरगे ने स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी को दोषी ठहराने के लिए यह आंकड़ा नहीं बताया।
दरअसल, महाकुंभ में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के दौरान भगदड़ मच गई थी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए।
साभार – हिस
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