रांची. पार्थ मजूमदार, कार्यकारी निदेशक को 30 जून से क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक, कोयला खनन परियोजनाएं के पद पर पदोन्नत किया गया है। वह एनटीपीसी के कोयला खनन प्रभाग का नेतृत्व करेंगे और झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ राज्यों में स्थित सभी कोयला खनन परियोजनाओं को देखेंगे जिसका मुख्यालय रांची में स्थित है।
लगभग 36 वर्षों के अपने शानदार करियर में, श्री मजूमदार ने एनटीपीसी, एक महारत्न कंपनी के विभिन्न विद्युत परियोजनाओं / स्टेशनों विभिन्न विभागों के जैसे संचालन और रखरखाव, ईंधन प्रबंधन, तथा तकनीकी सेवाओं और केंद्रीय कार्यालय के कॉर्पोरेट व्यवसाय विकास, परामर्श विंग और कोयला खनन में भी अपनी सेवाएं दी हैं।
श्री मजूमदार ने जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक होने के बाद वर्ष 1985 में इंजीनियरिंग कार्यकारी प्रशिक्षु के रूप में एनटीपीसी में कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने एक्सएलआरआई जमशेदपुर से बिजनेस मैनेजमेंट में पीजी सर्टिफिकेट हासिल किया है । वह आईपीएमए (इंटरनेशनल प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एसोसिएशन) से प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में प्रमाणित लेवल डी है।
श्री पार्थ मजूमदार ने नोएडा में कोयला खनन समूह में शामिल होने से पहले कोरबा, फरक्का, पूर्वी क्षेत्र- I मुख्यालय, पटना जैसे एनटीपीसी परियोजनाओं / कार्यालयों में काम किया था।
श्री मजूमदार ने कॉरपोरेट सेंटर में कोयला खनन, व्यवसाय विकास, कंसल्टेंसी विंग के प्रमुख के रूप में प्रमुख पदों पर कार्य किया है। उन्होंने पकरी-बरवाडीह, तलाईपल्ली, चट्टी-बरियातू और केरेदारी कोयला खनन परियोजनाओं का भी नेतृत्व किया।
श्री पार्थ मजूमदार एनटीपीसी माइनिंग लिमिटेड में एक नामित निदेशक भी हैं, जो एनटीपीसी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। सीआईएल-एनटीपीसी ऊर्जा प्राइवेट लिमिटेड, कोल इंडिया लिमिटेड के साथ एनटीपीसी की 50:50 की संयुक्त उद्यम कंपनी और परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड और एनटीपीसी लिमिटेड के बीच एक संयुक्त उद्यम ,अणुशक्ति विद्युत निगम लिमिटेड।
बिजली उत्पादन और कोयला खनन क्षेत्र में अनुभवी, श्री पार्थ मजूमदार अपने साथ गतिशील नेतृत्व गुणों के साथ समृद्ध अनुभव लेकर आए हैं।