रायपुर. माओवादियों ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से अपहरण करने के बाद एक पुलिस उप निरीक्षक की कथित तौर पर हत्या कर दी है. मृतक उप-निरीक्षक की पहचान मुरली ताती के रूप में की गई है. नक्सल इलाके में एक पोस्टर लगाया है, जिसमें पुलिसकर्मी की हत्या की घोषणा की गई है.
पोस्टर में कहा गया है कि मुरली ने माओवाद-विरोधी अभियानों के लिए गठित डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड में शामिल होकर नक्सलियों को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है. प्रजा कोर्ट में मुकदमे की सुनवाई के बाद उसे मौत की सजा सुनाई गई.
जानकारी के अनुसार, माओवादियों ने 21 अप्रैल को ताती को अगवा कर लिया था. उसका अपहरण उस समय किया गया था, जब वह जगदलपुर से बीजापुर के पलनार गांव में घर चला गया था.
ताती बीजापुर में कुछ सबसे महत्वपूर्ण नक्सल विरोधी अभियानों में लगे हुए थे. वह लंबे समय तक माओवादियों की हिट-लिस्ट में थे.
उल्लेखनीय है कि अगस्त 2020 में बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ पुलिस के एक सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) की भी हत्या कर दी थी. एएसआई नागैया कोरसा का अपहरण भाकपा (माओवादी) के कैडरों ने कर लिया था और धारदार हथियार से हत्या कर उनका शव बीजापुर जिले के कुटरु-नावेद सड़क किनारे फेंक दिया था.