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स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती के हत्यारों व साजिशकर्ताओं को भी गिरफ्तार करे सरकार
भुवनेश्वर. कंधमाल जिले के जलेशपेटा कन्याश्रम के प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाल रहे स्वामी जीवनमुक्तानंद गिरि जी को जान से मारने की धमकी दिये जाने पर विश्व हिन्दू परिषद ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। परिषद ने कहा है कि स्वामीजी को तत्काल सुरक्षा प्रदान किया जाए। साथ ही धमकी देने वालों की जांच कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
इस घटना के बारे में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विहिप के ओडिशा (पूर्व) के सचिव प्रशांत पंडा ने कहा कि 2008 में ठीक इसी तरह जान से मारने की धमकी दिये जाने के बाद ही स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती व अन्य लोगों को कन्याश्रम में हत्या कर दी गई थी। अब फिर से धमकी दी गई है। दुर्भाग्य की बात यह है कि 2008 की घटना में शामिल हत्यारों व साजिशकर्ताओं को आज तक सरकार गिरफ्तार नहीं किया है। वे खुले में घूम रहे हैं। अब वे लोग फिर से धमकी दे रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि ओडिशा में हिन्दू असुरक्षित हो गया है। इस कारण स्वामी जीवन मुक्तानंद पुरी को पूर्ण सुरक्षा देने के साथ साथ इसके पीछे के लोगों को गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा कि साथ ही विहिप अपनी मांग को फिर से दोहरा रही है कि स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्यारों व साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार कर उन्हें दंडित किया जाए।
उल्लेखनीय है कि कंधमाल जिले के तुमुडीबंध थाना क्षेत्र के जलेशपेटा कन्याश्रम की प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाल रहे स्वामी जीवनमुक्तानंद गिरि जी को शनिवार को फोन पर जान से मारने की धमकी दी थी। इसके तुरंत बाद उन्होंने इस बारे में थाने में जाकर लिखित मे शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि धमकी देने वाला व्यक्ति हिन्दी में बोल रहा था। वह अपने आप को नक्सलवादी बता रहा था। साथ ही उसने जलेशपेटा स्थित कन्याश्रम को उडाने की भी धमकी दी है। इसके बाद पुलिस इस मामले में जांच में जुटी है। कन्याश्रम की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। 2008 में जन्माष्टमी के दिन कन्याश्रम में घुस कर स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती समेत पांच लोगों की निर्ममता से हत्या कर दी गई थी।