नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश सरकार स्कूली बच्चों के लिए तीन रंगों में बने खादी के 1 लाख फेस मास्क और खरीद रही है। राज्य सरकार ने 8वीं कक्षा के बच्चों के लिए 4 जनवरी, 2021 से विद्यालयों को फिर से खोलने का फैसला किया है और इसके लिए सरकार ने सूती कपड़ों से निर्मित 1 लाख मास्क फिर से खरीद रही है। खादी ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) 27 दिसम्बर तक यह मास्क उपलब्ध करवाएगा।
अरुणाचल प्रदेश सरकार द्वारा मास्क की इस खरीद से पहले नवंबर,2020 में 60,000 मास्क खरीदे गए थे, जिसकी आपूर्ति केवीआईसी ने की थी। राज्य सरकार को 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों से खादी के इन मास्कों के बारे में अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी, जो इसका पहले से ही उपयोग कर रहे हैं। पूर्वोत्तर भारत में अरुणाचल प्रदेश पहला राज्य है जिसने छात्रों को वितरित किए जाने के लिए इतनी बड़ी संख्या में खादी के मास्क खरीदे हैं। खादी मास्क के लिए 17 दिसम्बर, 2020 को जारी किए गए दूसरे आर्डर में इसकी त्वरित आवश्यकता का उल्लेख किया गया है क्योंकि नए वर्ष में कक्षा 8वीं के छात्रों के लिए विद्यालय खोलने की तैयारी है।
केवीआईसी, अरुणाचल प्रदेश सरकार को तीन रंगों में दो परतों में बने इस मास्क को उपलब्ध कराएगी, जिसमें उचित स्थान पर इसका लोगो भी लगा होगा। मास्क पर तिरंगे के रंगों का उपयोग करने के पीछे उद्देश्य छात्रों में राष्ट्रवाद की भावना को जागृत करना है।
केवीआईसी के अध्यक्ष श्री विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि खादी के मास्क के लिए दोबारा मिला यह ऑर्डर खादी के लिए सम्मानजनक है। उन्होंने कहा कि इससे खादी की बढ़ती लोकप्रियता का पता चलता है और यह विभिन्न सरकारी विभागों में खादी की बढ़ती स्वीकार्यता का भी प्रमाण है। श्री सक्सेना ने कहा कि ऐसी बड़ी खरीद से खादी कारीगरों के लिए अतिरिक्त काम का सृजन होता है। यह ऑर्डर स्कूली बच्चों के लिए है इसलिए केवीआईसी इसे सर्वोच्च प्राथमिकता देगा और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आपूर्ति 27 दिसम्बर से पहले ही हो जाए।
राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए ऑर्डर में कहा गया है कि अरुणाचल प्रदेश सरकार ने 4 जनवरी, 2021 से 8वीं कक्षा के छात्रों के लिए भी स्कूल फिर से शुरू करने का निर्णय किया है, इसी क्रम में सरकार ने छात्रों को वितरित करने हेतु 1 लाख मास्क की खरीद को स्वीकृति दी है।
केवीआईसी मास्क बनाने के लिए दोहरे बुने धागों का इस्तेमाल करता है जिससे यह 70% नमी भीतर ही रोकने और हवा के सहज आने-जाने में सक्षम होता है। यह मास्क त्वचा के अनुकूल होते हैं और इनका लंबे समय तक उपयोग किया जा सकता है। खादी के सूती मास्क धुले जा सकते हैं, पुनः इस्तेमाल योग्य हैं और इनका जैविक निपटान किया जा सकता है।
यह उल्लेखनीय है कि अप्रैल, 2020 से केवीआईसी ने मास्क बनाना शुरू किया और अब तक मात्र 8 महीनों में इसने 25 लाख से अधिक मास्कों की बिक्री की है। पहनने में आरामदायक होने के साथ उच्च गुणवत्ता वाले मास्कों के चलते केवीआईसी को कई बड़े ऑर्डर मिले जिसमें सबसे बड़ा ऑर्डर, 12.30 लाख फेस मास्क का ऑर्डर अकेले इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी ने दिया। आम जनता के अलावा राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय, विभिन्न राज्य सरकारों और केन्द्रीय मंत्रालयों तथा सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों से भी दोबारा ऑर्डर प्राप्त हुए हैं।
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