भुवनेश्वर. बंगाल की खाड़ी के ऊपर 19 अक्टूबर को फिर एक कम दबाव के क्षेत्र बनने की संभावना है. भारतीय मौसम विभाग ने यह जानकारी दी है. इसके प्रभाव के कारण भारी से भारी बारिश की संभावना को लेकर जारी चेतावनी को देखते हुए ओडिशा में संबंधित जिलाधिकारियों को अलर्ट जारी किया गया है. 19-21 अक्टूबर के बीच आठ जिलों में इसके प्रभाव के तहत भारी से भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग की सूचना को देखते हुए विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप कुमार जेना ने संबंधित जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा है.
मौसम विभाग की बुलेटिन का हवाला देते हुए जेना ने कहा है कि गंजाम, गजपति, मालकानगिरि, कोरापुट, रायगड़ा, पुरी, नवरंगपुर और कंधमाल के आठ जिलों में संभावित निम्न दबाव के प्रभाव से 19-21 अक्टूबर के बीच भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. कम दबाव के प्रभाव के कारण ओडिशा के कुछ जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है. गंजाम और गजपति जिलों में 19 से 20 के बीच भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. मालकानगिरि, कोरापुट, रायगड़ा और पुरी में भी बारिश होने की संभावना है, जबकि कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. इसी तरह, 20 और 21 की सुबह के बीच कोरापुट, रायगड़ा, गंजाम, गजपति जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा, मालकानगिरि, नवरंगपुर और कंधमाल में भी 20 से 21 की सुबह के बीच भारी वर्षा होने की संभावना है. मौसम के मिजाज को लेकर उपरोक्त जिलों के जिलाधिकारियों के साथ-साथ जल संशाधन और मत्स्य विभाग को भी अलर्ट जारी किया गया है. इस दौरान भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में जलजमाव की समस्या हो सकती है. उन्होंने कहा कि मछुआरों को इस अवधि के दौरान समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है. संबंधित जिलों के कलेक्टरों को अलर्ट पर रहने के लिए निर्देशित किया गया है और जल संसाधन विभाग को संभावित क्षेत्रों के कार्यकारी इंजीनियरों और फील्ड स्तर के इंजीनियरों को अलर्ट करने के लिए कहा गया है. जेना ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित कलेक्टरों के साथ पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और संभावित भूस्खलन के कारण संभावित बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि कलेक्टर सतर्क रहेंगे और आवश्यक तैयारी की कार्रवाई करेंगे.