Home / National / अध्यात्म को एआई तकनीक  के साथ जोड़कर चमत्कार  किए जा सकते हैं-डॉ. उमर अली शाह

अध्यात्म को एआई तकनीक  के साथ जोड़कर चमत्कार  किए जा सकते हैं-डॉ. उमर अली शाह

भीमली। श्री विश्व विज्ञान विद्या आध्यात्मिक पीठ के नौंवे पीठधिपति सद्गुरु डॉ. उमर अली शाह ने कहा कि अध्यात्म को एआई तकनीक के साथ मिश्रित कर अद्भुत परिणाम हासिल किए जा सकते हैं।

डॉ. उमर अली शाह  ने गुरुवार के पूर्वाह्न 9:30 बजे भीमिली आश्रम की 24वीं वर्षगांठ समारोह की बैठक में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे।डॉ. उमर अली शाह की अध्यक्षता में आश्रम परिसर में बड़े धूमधाम के साथ संपन्न हुई हुई इस सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर  अध्यात्म को एआई तकनीक  जोड़ें और मानवीय मूल्यों को अपनाएं, तो हम एक खुशहाल ज़िंदगी पा सकते हैं। हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में, कई परेशानियां और कुछ पल की भावनाएं अरिशदवर्गों की वजह से होते हैं, जो हमारे मन में तूफान की तरह उमडते-घुमडते रहते हैं और उथल-पुथल मचाते हैं, हमें आध्यात्मिक दर्शन से शांति और संतुष्टि मिल सकती है। इसके लिए सभी को त्रई  साधना का रास्ता अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि  इससे तीन प्रसाद प्राप्त होते हैं: शारीरिक प्रकृति के लिए भोग, मानसिक प्रकृति के लिए संतुष्टि और आध्यात्मिक प्रकृति के लिए मुक्ति। साथ ही धैर्य और खुशी के साथ जीने का अवसर मिलता है। यदि हम सेवा के मार्ग में अपने साथी मानवता की मदद करते हैं, तो समाज सेवा और आध्यात्मिक सेवा के दो नेत्र विकसित होंगे, और हम मानवता के रूप में ईश्वरत्व को प्राप्त कर सकते हैं।  इस दृष्टिकोण से, सभी को हर साल गुरुदक्षिणा के रूप में तीन पौधे लगाने चाहिए और उनकी देखभाल करनी चाहिए।

इस सभा कार्यक्रम में अतिथि के रूप में शामिल हुए श्री परवस्तु पनिशयन सूरी ने इस सभा के छठे सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि  उमर अली शाह आंध्र के कवि  गुरु हैं और उनकी कविताएँ समाज को एक अद्भुत संदेश देती हैं और उन्होंने महान कवि द्वारा लिखी गई कुछ कविताओं को कुछ कविताएं सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

बाद में, एक अन्य अतिथि आचार्य श्री डी. वेंकट राव ने बात की और एक गुरु के महत्व को समझाया।साथ ही, सेंचुरियन यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर श्री जी.एस.एन. राजू,  ने कहा कि रूरल डेवलपमेंट ट्रस्ट के ज़रिए उमर अली शाह जो सोशल सर्विस प्रोग्राम कर रहे हैं, वे सभी लोगों के लिए एक आदर्श हैं।

प्रोग्राम में, भीमावरम – कविशेखर डॉ. उमर अलीशा साहित्य समिति के ज़रिए पिछले 25 सालों से बेहतरीन उत्कृष्ट साहित्यिक सेवा करने  वाले स्कॉलर्स को श्री हुसैन शाह पोएट मेमोरियल अवॉर्ड दिया जाता है। इसके तहत, 2025 का अवॉर्ड श्री आचार्य गोरगोंथु अक्कुबतलु शर्मा को पीठाधिपति डॉ. उमर अली शाह द्वारा दिया गया। सद्गुरु के दिव्य हाथों से उमर अली शाह को यह पुरस्कार दिया गया और पीठम की तरफ से उन्हें सम्मानित किया गया। इस मौके पर अक्कुभोतलु शर्मा ने  कहा कि इस पीठम में अद्वैत वेदांत दर्शन को सूफी दर्शन के साथ मिलाकर व्यावहारिक रूप से  प्रचार किया जा रहा है। इस पीठम के नौवें पीठाधिपति डॉ. उमर अली शाह ने कहा कि महान कवि द्वारा लिखे गए सूफी वेदांत दर्शन का अध्ययन कर, दर्शन का ज्ञान हासिल करना चाहिए और जीवन को सार्थक बनाने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं इस पुरस्कार को सद्गुरु के आशीर्वाद का प्रतीक मानता हूं और मैंने इस दर्शन की प्रशंसा की, जो आध्यात्मिक सेवा और समाज सेवा का प्रतिबिंब है,जो ब्रह्मांड के लिए एक आदर्श का रूप है।

श्री कालिदिन्दी गंगाराजू, श्री सुरमपुडी वीरभद्र राव, श्री एस.वी. सत्यनारायण और अन्य प्रमुख लोगों ने कार्यक्रम में अतिथि के रूप में भाग लिया। श्रीमती माधुरी द्वारा गाए गए भजनों से उपस्थित श्रोताओं ने मनोरंजन किया।  प्रोफेसर डॉ. आनंद पिंगली ने सभा को उमर अली शाह ग्रामीण विकास ट्रस्ट द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं के बारे में बताया।

इस अवसर पर, दानदाताओं की मदद से उमर अली शाह ग्रामीण विकास ट्रस्ट के तत्वावधान में जरूरतमंद महिलाओं को कंबल और चावल किट प्रदान किए गए। अवधानी येर्रमसेट्टी उमामहेश्वर राव ने पीठम और भीमिली आश्रम की विशिष्टता का परिचय दिया, जबकि श्रीमती तिरुमलराजू सुजाता ने सभा की टिप्पणी दी।

पीठम केंद्रीय समिति सदस्य श्री एन.टी.वी. प्रसाद वर्मा, भीमिली कमेटी के सदस्य और कई जगहों से आए विधानसभा सदस्यों ने बड़ी संख्या में कार्यक्रम में भाग लिया, सद्गुरु के दर्शन किए और भोजन प्रसाद ग्रहण किया।

Share this news

About desk

Check Also

IAT NEWS INDO ASIAN TIMES ओडिशा की खबर, भुवनेश्वर की खबर, कटक की खबर, आज की ताजा खबर, भारत की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज, इंडिया की ताजा खबर

सेना को ​अमेरिका से मिले 03 अपाचे हेलीकॉप्टर, पश्चिमी सीमा पर होंगे तैनात

 जोधपुर​ एयर बेस से ​यह हेलीकॉप्टर​ वायु सेना के एलसीएच प्रचंड के साथ मिलकर काम …