नई दिल्ली, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को राज्यों के कृषि मंत्रियों और आला अफसरों के साथ महत्वपूर्ण वर्चुअल बैठक की। इसमें शिवराज सिंह ने राज्यों में खाद-उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश देने के साथ ही कहीं भी खाद की कालाबाजारी होने पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अब वैज्ञानिक तरीके से सत्यापित होने तक बायोस्टिमुलेंट (जैव उत्तेजक) बेचने की अनुमति बिल्कुल नहीं दी जाएगी। शिवराज सिंह ने कहा कि आगामी रबी सीजन के लिए 3 से 18 अक्टूबर तक विजय पर्व के रूप में “विकसित कृषि संकल्प अभियान” चलाया जाएगा और इस बार रबी कांफ्रेंस दो दिन 15 और 16 सितंबर को दिल्ली में होगी। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने बैठक में सबको स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद ये स्वतंत्रता दिवस देशभक्ति का अलग रंग लिए हुए हैं और भारत के किसानों के हितों से कोई समझौता नहीं होगा, ये उदघोष हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है, ये केवल कोई शब्द नहीं है, प्रखर राष्ट्रभक्ति का प्रचंड उदघोष है।
शिवराज सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार प्रधानमंत्री के नेतृत्व में किसानों के हित और भारत की कृषि को प्रभावित नहीं होने देगी। पशुपालकों और मछुआरों के हित भी सुरक्षित रहेंगे। किसान गदगद है और आनंद से भरे हुए हैं। सभी कृषि मंत्रियों और राज्यों के अधिकारियों से शिवराज सिंह ने कहा कि कृषि मूलतः राज्यों का विषय है, केंद्र आपको सहयोग करता है। कृषि मंत्री के रूप में मुझे सदैव यह चिंता रहती है कि यदि कोई समस्या है, तो उसका समाधान हम कैसे निकाले। खरीफ के लिए हमने खरीफ कांफ्रेंस की थी, इसमें अधिकांश राज्यों के कृषि मंत्री और अधिकारी आए थे। अब, रबी की फसल की तैयारी हमें शुरू करना है।
केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि नकली खाद, नकली पेस्टीसाइड भी कहीं बिकना नहीं चाहिए। सभी राज्यों से उन्होंने कहा कि बेइमानों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएं। किसानों के हितों का हमें ध्यान रखना है। इसी तरह, वैज्ञानिक तरीके से सत्यापित होने तक अब बिल्कुल भी कोई बायोस्टिमुलेंट (जैव उत्तेजक) नहीं बिकने दिया जाएगा। किसी की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी। शिवराज सिंह ने बताया कि खरीफ की तरह ही बहुत महत्वपूर्ण कार्यक्रम “विकसित कृषि संकल्प अभियान” अब रबी की फसल के लिए भी चलाया जाएगा।
शिवराज सिंह ने बताया कि ये अभियान 18 अक्टूबर को धनतेरस के दिन सुबह 11 बजे तक चलेगा। धनतेरस के दिन इसे खत्म करेंगे, ताकि हमारा देश धन-धान्य से भर जाएं, देश के अन्न के भंडार भर जाएं। उन्होंने बताया कि एक और कार्यक्रम कृषि पर चिंतन बैठक के रूप में होगा, जिसमें राज्यों के कृषि मंत्री आमंत्रित रहेंगे। जो समस्याएं आ रही हैं, हम उन्हें अनदेखा नहीं कर सकते। सभी संबंधित लोग, केंद्र और राज्य सरकार, विशेषज्ञ, कृषि वैज्ञानिक सबके साथ बैठकर हम लोग चिंतन करेंगे।
साभार – हिस