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जारी है सदस्यों को त्रयी साधना के माध्यम से सच्चा साधक बनाया जाने का प्रयास  : डॉ. उमर अली शाह  

पिठापुरम। पीठाधिपति डॉ. उमर अली शाह  ने  कहा कि सदस्यों को त्रयी साधना के माध्यम से सच्चा साधक बनाया जाने का प्रयास किया जा रहा है। गुरुवार की सुबह गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर स्थानीय श्री विश्व विज्ञान विद्या आध्यात्मिक पीठ के आश्रम परिसर में आयोजित ज्ञान चैतन्य सम्मान की अध्यक्षता पीठाधिपत डॉ. उमर अलीशा स्वामी ने की। मुरमल्ला श्री विजया दुर्गा पीठ के मुख्य आयोजक व प्रसिद्ध पंचांग कर्ता श्री बनाला दुर्गा प्रसाद ने पीठाधिपत डॉ. उमर अली शाह  को गजमाला से सम्मानित किया। उमर अलीशा ग्रामीण विकास ट्रस्ट एवं रोटरी ब्लड बैंक के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित रक्तदान शिविर का उद्घाटन पीठाधिपत डॉ. उमर अलीशा ने किया। रक्तदान शिविर में करीब 90 लोगों ने रक्तदान किया। गुरु पूर्णिमा के शुभ मुहूर्त में पीठाधिपति डॉ. उमर अली शाह  ने 126 लोगों को महामंत्र का उपदेश दिया।

गुरुवार को गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर हजारों सदस्यों ने पीठाधिपति डॉ. उमर अली शाह  के चरण कमलों में गुलाब की पंक्तियों के साथ पाद पूजा की और सद्गुरु का आशीर्वाद प्राप्त किया। गीतावधानी श्री यरमशेट्टी उमामहेश्वर राव ने पाद पूजा कार्यक्रम का संचालन किया। उमर अली शाह ने ग्रामीण विकास ट्रस्ट के द्वारा एक गरीब परिवार, श्रीमती मंजेसना वेंकट लक्ष्मी को 18,000 रुपये, एक गरीब महिला, वरालक्ष्मी को एक सिलाई मशीन और पक्षियों के भोजन के लिए अनाज के बंडल वितरित किए। श्री अन्नामरेड्डी सोमाराजू और श्रीमती गीतावाणी छात्रवृत्ति के सौजन्य से । डॉ. नारायण ने श्री मोहम्मद रसूल के इतिहास ग्रंथ में 1000 छंदों की एक लघु पुस्तक लिखी है, जो 6 वें पीठाधिपति, कवि शेखर डॉ. उमर अली शाह  द्वारा लिखित है। पीठाधिपति डॉ. उमर अली शाह ने कहा कि गुरु पूर्णिमा के पवित्र महीने में मेरा पौधा मेरी सांस योजना के तहत सभी को तीन पौधे लगाकर उसे गुरु दक्षिणा के रूप में देने की अपील की।​​ उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक कमी के कारण असहिष्णुता और अशांति बढ़ रही है और  नरसंहार हो रहा है। इसलिए सभी को किसी ज्ञात सद्गुरु की शरण में जाना चाहिए और ज्ञान का प्रकाश जलाकर उस अनुभव से समझना चाहिए कि मानवता ही ईश्वरत्व है और मानव सेवा ही माधव सेवा है।

उन्होंने कहा कि अध्यात्म के माध्यम से जीवन दर्शन को सुखमय बनाया जा सकता है। डॉ. उमर अली शाह ने कहा कि अध्यात्म के माध्यम से आशा और धैर्य का विकास करके जीवन दर्शन को सुखमय बनाया जा सकता है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय समिति सदस्य डॉ. पिंगली आनंद कुमार, श्री ए.वी.वी. सत्यनारायण, श्री एन. टी. वी. प्रसाद वर्मा, पीठापुरम नगर आयुक्त श्री एन. कनका राव, सेवानिवृत्त आईएएस श्री दसारी श्रीनिवास, श्री मारेड्डी श्रीनिवास, जनसेना पीठापुरम निर्वाचन क्षेत्र प्रभारी, शांति आश्रम प्रशासक श्री नल्ला सत्यनारायण, सेवानिवृत्त आर.टी. ओ श्री रामचन्द्र राव एवं अन्य ने भाग लिया।

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