नई दिल्ली। भारत के कूटनीतिक संवाद के तहत शिवसेना सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में वहां के नेतृत्व और मीडिया से संवाद किया। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की महत्ता पर प्रकाश डाला और सीमा-पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत नीति को स्पष्ट किया।
प्रतिनिधिमंडल आज गुरुवार को अबूधाबी पहुंचा। यूएई प्रतिनिधिमंडल के चार देशों की यात्रा का पहला पड़ाव रहा। यूएई स्थित भारतीय दूतावास ने इस संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी की। इसके अनुसार, प्रतिनिधिमंडल ने यूएई के नेतृत्व और मीडिया के साथ मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में शिंदे के अलावा सांसद बांसुरी स्वराज, मोहम्मद बशीर, अतुल गर्ग, सस्मित पात्र, मनन कुमार मिश्रा, सुरेंद्रजीत सिंह अहलूवालिया और पूर्व राजदूत सुजन चिनॉय शामिल हैं।
प्रतिनिधिमंडल ने यूएई के सहिष्णुता और सह-अस्तित्व मंत्री शेख नहयान मबारक अल नहयान से मुलाकात की। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले पर गहरी संवेदना प्रकट की। बैठक में प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि पाकिस्तान भारत में आतंकवाद प्रायोजित कर रहा है और समाज में विघटन फैलाने की साजिशें रच रहा है। वहीं नहयान मबारक ने कहा कि भारत और यूएई मिलकर आतंकवाद का सामना करेंगे। यूएई हमेशा भारत के साथ खड़ा रहेगा।
इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल ने संघीय राष्ट्रीय परिषद की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष डॉ. अली राशिद अल नुआइमी और अन्य अमीरात के अन्य सांसदों से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने ऑपरेशन सिंदूर’ की सटीक, संयमित और गैर-उत्तेजक प्रकृति को रेखांकित किया। वहीं नुआईमी ने कहा कि भारत और यूएई का संबंध व्यापार और संस्कृति से आगे निकलकर सुरक्षा और रणनीतिक मुद्दों तक विस्तृत है। आतंकवाद मानवता के खिलाफ है और वैश्विक समुदाय को इसपर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। प्रतिनिधिमंडल ने नेशनल मीडिया ऑफिस के निदेशक डॉ. जमाल अल काबी से भी भेंट की और पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे दुष्प्रचार के बारे में तथ्यात्मक जानकारी साझा की।
डॉ. श्रीकांत शिंदे ने यूएई के प्रमुख समाचार पत्र ‘द नेशनल’ को साक्षात्कार में भारत की आतंकवाद विरोधी नीति की रूपरेखा प्रस्तुत की। प्रतिनिधिमंडल ने अबू धाबी और दुबई में प्रवासी भारतीय समुदाय से संवाद किया और उनकी भूमिका की सराहना की। प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को आबूधाबी और दुबई के थींक टैंक और बुद्धिजीवियों के क्लोज्ड डोर रणनीतिक विचार-विमर्श में भाग लेगा।
साभार – हिस