नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) की 62वीं कार्यकारी समिति (ईसी) की बैठक में बिहार के भोजपुर जिला स्थित नथमलपुर भगड़ वेटलैंड के संरक्षण और सतत प्रबंधन परियोजना को मंजूरी दे दी गई है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 3.51 करोड़ रुपये है। यह नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत स्वीकृत पांचवीं वेटलैंड परियोजना है।
इस परियोजना का उद्देश्य नथमलपुर भगड़ में प्रभावी प्रबंधन प्रणाली की स्थापना और इसके जैव विविधता व पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता सुनिश्चित करना है। इससे पहले चार वेटलैंड- कालेवाड़ा झील (मुज़फ्फरनगर), नामिया दाह (प्रयागराज), रेवती दाह (बलिया) और उधवा झील (साहिबगंज, झारखंड) के संरक्षण को मंजूरी दी जा चुकी है।
परियोजना में आर्द्रभूमि का परिसीमन, जल प्रवाह प्रणाली का सुदृढ़ीकरण, प्रजातियों और उनके आवासों का संरक्षण, पारिस्थितिकी और जोखिम मूल्यांकन, क्षमता निर्माण, जनजागरूकता तथा निगरानी व्यवस्था जैसी गतिविधियां शामिल होंगी।
बैठक में उत्तर प्रदेश के आगरा और प्रयागराज जिलों में उपचारित जल के पुनः उपयोग और शहरी योजनाओं पर आधारित ‘जल-संवेदनशील शहर’ परियोजना को भी 34.50 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई। इस योजना का उद्देश्य एनएमसीजी द्वारा विकसित राष्ट्रीय ढांचे के अनुरूप सुरक्षित जल पुनः उपयोग को बढ़ावा देना है।
बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों समेत विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
साभार – हिस
