नई दिल्ली। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को भुवनेश्वर में केंद्रीय टूल रूम और प्रशिक्षण केंद्र (सीटीटीसी) का दौरा किया। इसके बाद उन्होंने मंचेश्वर औद्योगिक एस्टेट में फार्मास्युटिकल क्लस्टर का दौरा किया, जो एमएसएमई मंत्रालय की एमएसई-सीडीपी योजना के तहत स्थापित एक सामान्य सुविधा केंद्र (सीएफसी) है।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय ने जारी एक बयान में बताया कि केंद्रीय मंत्री को इस यात्रा के दौरान सीटीटीसी के महाप्रबंधक एल. राजशेखर ने सीटीटीसी, इसकी प्रमुख पहलों और उल्लेखनीय उपलब्धियों पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी। मंत्रालय के मुताबिक सीटीटीसी एमएसएमई मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय है, जिसे मंत्रालय के तहत अन्य सभी प्रौद्योगिकी केंद्रों में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
मंत्रालय ने बताया कि सीटीटीसी कई प्रतिष्ठित ग्राहकों को अपनी सेवाएं प्रदान करता है। इनमें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), वैमानिकी विकास एजेंसी (एडीए), रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और टाटा मोटर्स लिमिटेड शामिल हैं। इसने चंद्रयान-3 (इसरो) और एलसीए-तेजस परियोजना (एडीए) के लिए महत्वपूर्ण घटकों का निर्माण करके भारत के एयरोस्पेस मिशनों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सीटीटीसी वर्तमान में आगामी गगनयान मिशन के लिए घटकों का निर्माण कर रहा है।
मांझी ने भुवनेश्वर के मंचेश्वर औद्योगिक एस्टेट में फार्मास्युटिकल क्लस्टर (सीएफसी) का भी दौरा किया, जिसे मंत्रालय की एमएसई-सीडीपी योजना के तहत स्थापित किया गया है। यह ओडिशा सरकार द्वारा समर्थित है, जिसका उद्देश्य भुवनेश्वर और कटक क्षेत्र में फार्मास्युटिकल विनिर्माण क्षेत्र की सेवा करना है। उत्कल फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (यूपीएमए) इस परियोजना के लिए विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी) है।
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के साथ अपर सचिव एवं विकास आयुक्त (एमएसएमई) डॉ. रजनीश (आईएएस), अपर विकास आयुक्त (एमएसएमई) सुधा केशरी (आईईएस), ओडिशा सरकार के उद्योग निदेशक डी. प्रशांत कुमार रेड्डी (आईएएस), विकास आयुक्त (एमएसएमई) कार्यालय के निदेशक मिलिंद धर्मराव रामटेके (आईएएस) भी थे। इस यात्रा के दौरान मंत्रालय के अन्य अधिकारी और सीटीटीसी के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
साभार – हिस