नई दिल्ली। इटली के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जतायी कि आने वाले समय में भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगी।
राष्ट्रपति भवन में उप प्रधानमंत्री तजानी और उनके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और इटली दोनों ही प्राचीन सभ्यतागत विरासत में निहित हैं। हमारे दर्शन, साहित्य और कला के माध्यम से विश्व को योगदान देने का गौरवशाली इतिहास रहा है। हम सदियों से व्यापार और लोगों तथा विचारों के आदान-प्रदान के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। समकालीन युग, वर्तमान युग में, दोनों देश उभरती प्रौद्योगिकियों, नवाचार और रक्षा में घनिष्ठ सहयोग कर रहे हैं और जी-20 जैसे बहुपक्षीय मंचों पर भी मिलकर काम कर रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश में वृद्धि की बहुत संभावना है। भारत की तीव्र आर्थिक वृद्धि और 2047 तक विकसित भारत का रोडमैप औद्योगिक साझेदारी और सहयोग के लिए कई अवसर प्रस्तुत करता है। उन्होंने इतालवी कंपनियों और सार्वजनिक उपक्रमों को विशेष रूप से विनिर्माण और सह-उत्पादन के लिए भारत में अपने परिचालन का विस्तार करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने इतालवी हरित प्रौद्योगिकी कंपनियों से भारतीय उद्योग के साथ सहयोग और साझेदारी की संभावनाओं का पता लगाने का भी आग्रह किया।
राष्ट्रपति को यह जानकर खुशी हुई कि इतालवी विश्वविद्यालय और शोधकेंद्र भारतीय भागीदारों के साथ सहयोग की संभावनाएं तलाश रहे हैं। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति ने विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में परिसर खोलने की सुविधा प्रदान की है। इतालवी विश्वविद्यालयों को भारत में परिसर खोलने के लिए आमंत्रित किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि तजानी दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को भारत पहुंचे थे।
साभार – हिस
