नई दिल्ली। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने गुरुवार को राज्यसभा में कहा कि सरकार विदेशों में पढ़ने वाले छात्रों के कल्याण पर सावधानीपूर्वक नज़र रखती है। किसी तनाव या हिंसा प्रभावित क्षेत्र में किसी भी आपात स्थिति के लिए सरकार हमेशा एक योजना बनाकर रखती है।
प्रश्नकाल के दौरान विदेश मंत्री ने कहा कि हम उनके कल्याण पर भी सावधानीपूर्वक नज़र रखते हैं। जब भी किसी तनाव या हिंसा की आशंका की स्थिति होती है, उस समय हम छात्रों को सचेत करते हैं। जब भी हमें उड़ाने संचालित करने या उन्हें बचाने जैसे कोई और कदम उठाने की ज़रूरत होती है, तो हम तैयार रहते हैं, हमारे पास हमेशा ऐसे अवसरों के लिए आकस्मिक योजनाएं होती हैं।
एक पूरक प्रश्न के जवाब में विदेश मंत्री ने बताया कि विदेशों में पढ़ने के लिए जो छात्र जाते हैं, वे उन संस्थानों की वेवसाइट के माध्यम से उनकी गुणवत्ता तथा अन्य मामलों की जानकारी जुटाते हैं। उसके बाद ही वह वहां जाते हैं।
विदेश मंत्री ने कहा कि सभी दूतावासों और राजदूतों को विशेष ध्यान रखने और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि छात्रों का कल्याण सरकार के दिल के बहुत करीब है। आज हर दूतावास इस संबंध में बहुत सक्रिय है।
साभार – हिस