नई दिल्ली। पिछले 5 सालों में विदेशों में पढ़ाई करने गए भारतीय छात्रों पर 58 हमले हो चुके हैं। इन हमलों में 20 भारतीय छात्रों की मौत हो चुकी है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी दी।
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा में 2019 से 2024 के बीच विदेशों में भारतीय छात्रों की हुई मौंतों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत सरकार विदेशों में पढ़ रहे भारतीय छात्रों की सुरक्षा को सबसे ज्यादा प्राथमिकता देती है। इस संदर्भ में भारतीय मिशन विदेशी विश्वविद्यालयों में दाखिला प्राप्त छात्रों से नियमित संपर्क में रहते हैं।
विदेश राज्यमंत्री की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा मौतें कनाडा में हुए हमलों में हुई हैं। यहां 9 छात्रों पर हमले हुए हैं और 9 की ही मौत हुई है। इसके अलावा अमेरिका में सात तथा ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, चीन और कजाकिस्तान में एक-एक भारतीय छात्र की मौत हो चुकी है।
सबसे ज्यादा हमले भारतीय छात्रों पर रूस में हुए हैं। रूस में भारतीय छात्रों पर 14 हमले हुए हैं। ब्रिटेन में 12, कनाडा में 9, अमेरिका में 7, ऑस्ट्रेलिया में 4, इटली में 3, आयरलैंड में 6 तथा ईरान, चीन और कजाकिस्तान में एक-एक हमला हुआ है।
विदेश राज्य मंत्री ने बताया कि सरकार समय-समय पर छात्रों को विदेश में उत्पन्न आपात स्थिति से निकालने के लिए भी मिशन मोड पर काम करती है। यूक्रेन और इजराइल में भारतीय छात्रों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा और ऑपरेशन अजय चलाया गया। इसके अलावा बांग्लादेश से भी भारतीय छात्रों को वापसी लाने के लिए भारतीय उच्च आयोग ने सुविधाएं प्रदान कीं।
साभार -हिस
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