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प्रधानमंत्री मोदी आज और कल भुवनेश्वर में शीर्ष पुलिस अधिकारियों के अखिल भारतीय सम्मेलन में हिस्सा लेंगे

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के लोकसेवा भवन के राज्य कन्वेंशन सेंटर में पुलिस महानिदेशकों और महानिरीक्षकों के 59वें अखिल भारतीय सम्मेलन-2024 में हिस्सा लेंगे। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कल (29 नवंबर) सम्मेलन का श्रीगणेश कर चुके हैं। इसका समापन पहली दिसंबर को होगा। भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की जानकारी शुक्रवार को जारी विज्ञप्ति में दी।
प्रधानमंत्री मोदी दो दिन करेंगे अध्यक्षता
पीआईबी के अनुसार, केंद्रीय गृह एवं सहकारितामंत्री अमित शाह सम्मेलन का उद्घाटन कर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज और कल दो दिन सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। यह सम्मेलन हाइब्रिड मोड में आयोजित किया जा रहा है। इसमें हिस्सा लेने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस प्रमुख पहुंचे हैं। साथ ही देशभर से अनेक पुलिस अधिकारी वर्चुअली हिस्सा ले रहे हैं। उद्घाटन समारोह के बाद विचार-विमर्श में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, गृह राज्यमंत्रियों और केंद्रीय गृह सचिव ने भी हिस्सा लिया।
राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्वपूर्ण घटकों पर होगा विचार-विमर्श
विज्ञप्ति के अनुसार, इस तीन दिवसीय आयोजन में राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्वपूर्ण घटकों पर विचार-विमर्श किया जाएगा, जिसमें आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद, तटीय सुरक्षा, नए आपराधिक कानून, नारकोटिक्स आदि शामिल हैं। इसका मकसद देश के वरिष्ठ पुलिस पेशेवरों और सुरक्षा प्रशासकों को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विविध मुद्दों पर स्वतंत्र रूप से चर्चा और अपनी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त करने के लिए मंच प्रदान करना है।
प्रधानमंत्री की प्राथमिकता
पीआईबी के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्राथमिकता में सदैव डीजीपी सम्मेलन रहा है। प्रधानमंत्री मोदी न केवल सभी के योगदानों को ध्यान से सुनते हैं, बल्कि स्‍वतंत्र और अनौपचारिक चर्चा के वातावरण के पक्ष में रहते हैं, जिससे नए विचारों का उदय होता है। इस वर्ष का सम्मेलन कई मायनों में अलग है। योग सत्र, व्यावसायिक सत्र, ब्रेक-आउट सत्र और विषयगत व्‍यंजन तालिका इसे खास बनाते हैं। इससे शीर्ष पुलिस अधिकारियों को देश को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण पुलिस और आंतरिक सुरक्षा मामलों पर अपने दृष्टिकोण और सुझाव प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुत करने का एक मूल्यवान अवसर प्राप्‍त होगा।
प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से आया बदलाव
प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 से पूरे देश में वार्षिक डीजी-आईजी सम्मेलन के आयोजन की प्रेरणा दी है। यह सम्मेलन गुवाहाटी (असम), कच्छ के रण (गुजरात), हैदराबाद (तेलंगाना), टेकनपुर (ग्वालियर, मध्य प्रदेश), स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (केवड़िया, गुजरात), पुणे (महाराष्ट्र), लखनऊ (उत्तर प्रदेश), नई दिल्ली और जयपुर (राजस्थान) में आयोजित किया जा चुका है। इस परंपरा को जारी रखते हुए 59वां सम्मेलन इस बार भुवनेश्वर (ओडिशा) में किया जा रहा है।
शाह ने देश के तीन थानों को सर्वश्रेष्ठ ट्रॉफी
केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने उद्घाटन मौके पर अधिकारियों को उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस मेडल प्रदान किए और केंद्रीय गृह मंत्रालय की पुस्तक रैंकिंग ऑफ पुलिस स्टेशन-2024 का विमोचन भी किया। उन्होंने देश के तीन सर्वश्रेष्ठ पुलिस थानों को भी ट्रॉफी भी प्रदान की। शाह ने उद्घाटन सम्बोधन में 2024 के आम चुनाव को शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न कराने और तीन नए आपराधिक कानूनों को निर्बाध रूप से लागू करने के लिए पुलिस नेतृत्व को बधाई दी। साथ ही जम्मू-कश्मीर, उत्तर पूर्व और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा स्थिति में हुए सुधार जैसी महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर संतोष व्यक्त किया।
शाह का संकल्प
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को संपूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने तथा 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में सुरक्षा संस्थानों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। देश की पूर्वी सीमाओं पर उभरती सुरक्षा चुनौतियों, आप्रवासन और शहरी पुलिसिंग के ट्रेंड्स जैसे विषयों पर फोकस होना चाहिए। इस दिशा में सभी को काम करना चाहिए।
तय होगी चुनौतियों से निपटने की रणनीति
आज और कल देश का शीर्ष पुलिस नेतृत्व, मौजूदा एवं उभरती राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए एक खाका तैयार करेगा। इनमें वामपंथी उग्रवाद, तटीय सुरक्षा, नारकोटिक्स, साइबर अपराध और आर्थिक सुरक्षा जैसे विषय शामिल हैं। इसके साथ ही तीन नए आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन की प्रगति तथा पुलिसिंग से जुड़ी बेस्ट प्रैक्टिसिस की भी समीक्षा की जाएगी।
साभार – हिस

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