रांची। असम के मुख्यमंत्री और भाजपा के सह चुनाव प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि आज लगातार यहां आदिवासी आबादी घट रही है, और मुस्लिम आबादी तेजी से बढ़ रही है। आज हिंदू 67 प्रतिशत और मुस्लिम आबादी 33 प्रतिशत हो गई है। लगातार हमारे संथाल परगना में घुसपैठियों ने आना शुरू किया, लेकिन सरकार ने इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि ये बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं, अपने झारखंड के मुसलमान नहीं हैं। पाकुड़ और साहिबगंज में ये आबादी 35 प्रतिशत हो गई है। झामुमो आदिवासियों की पार्टी नहीं है, बल्कि घुसपैठियों के वोटबैंक के लिए उनकी पार्टी बन गई है।
सरमा शुक्रवार को दुमका जिले के जरमुंडी में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। घुसपैठियों ने आदिवासियों की जमीनों पर कब्जा कर लिया, लेकिन सरकार ने उनका साथ नहीं दिया। प्रदेश में एक आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बाद भी आदिवासियों को उनका सम्मान और उनका हक नहीं मिल रहा है। जामताड़ा और साहिबगंज में शुक्रवार को स्कूल बंद कर दिए जाते हैं। उन्होने हेमंत सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर शुक्रवार को स्कूल बंद किए जाते हैं तो मंगलवार को भी बद होने चाहिए। आज झारखंड में रामनवमी का जुलूस और दुर्गा पूजन नहीं करने दिया जाता। हिंदुओं को एक होना होगा, हमारे वोट बंट जाते हैं लेकिन घुसपैठियों के वोट एक ही पार्टी को जाते हैं। इसलिए हमको एक रहना होगा, बंटने से बचना होगा- एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे। राहुल गांधी, आलमगीर आलम और इरफान अंसारी जैसे लोग हर चुनाव में हमारे समाज को तोड़ने के लिए कोशिश करते हैं। ये लोग चुनाव के समय हमारे समाज को एससी-एसटी-ओबीसी में बांटने का काम करते हैं।
सरमा ने कहा कि हेमंत सरकार के संरक्षण में घुपैठिए हमारी रोटी-बेटी- माटी को लूटने का काम कर रहे हैं लेकिन भाजपा सरकार बनते ही घुसपैठिओं के बच्चों को आदिवासी प्रमाण पत्र नहीं मिलने देंगे। साथ ही उनको मुखिया का चुनाव भी नहीं लड़ने दिया जाएगा। इसके अलावा आदिवासियों से घुसपैठियों द्वारा हड़पी गई जमीनों को वापस दिलाया जाएगा। सरमा ने कहा कि झारखंड की रोटी-बेटी-माटी की सुरक्षा भाजपा नीत एनडीए सरकार करेगी।
साभार -हिस