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POLKHOL Land scammers eyeing lands of immigrants in UP यूपी में लैंड स्कैमर्स की अप्रवासियों की जमीन पर नजर

यूपी में लैंड स्कैमर्स की अप्रवासियों की जमीन पर नजर

  • लेखपाल, कानूनगो और तहसीलदार के साथ लैंड स्कैमर्स की सांठगांठ के दावे

  • उत्तर प्रदेश के कई जिलों से शिकायतें दर्ज

  • जमीन के दस्तावेजों की नियमित जांच जरूरी

गाजीपुर। अगर आप अपने गांव से बाहर रहते हैं और आपकी जमीन या संपत्ति है, तो सतर्क हो जाइए। लैंड स्कैमर्स अप्रवासियों की संपत्तियों पर नजर गड़ाए हुए हैं और इस दौरान कई मामलों में धोखाधड़ी के जरिए उनकी जमीनों पर कब्जा किए जाने की घटनाएं सामने आई हैं।

उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से ऐसी कई शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिनमें लेखपाल, कानूनगो, तहसीलदार और डाटा एंट्री करने वालों की लैंड स्कैमर्स के साथ मिलीभगत होने का आरोप लगाया गया है।

ऐसी स्थिति में, अगर आपने कभी अपनी जमीन का हिस्सा बेचा है, तो यह सुनिश्चित करें कि बाकी जमीन पर आपके नाम की कोई गड़बड़ी तो नहीं हुई है। कई बार देखा गया है कि अप्रवासी लोग, जो अपने गांव से दूर रहते हैं, उनकी अनुपस्थिति का फायदा उठाते हुए लैंड स्कैमर्स द्वारा जमीनों पर अवैध कब्जा कर लिया जाता है। इसके अलावा, कई मामलों में सरकारी रिकॉर्ड में गड़बड़ी करके पूरे प्लॉट पर खरीदार का नाम चढ़ाने की भी घटनाएं सामने आई हैं।

कानूनी प्रक्रियाओं में भी धोखाधड़ी

शिकायतकर्ताओं का कहना है कि लैंड स्कैमर्स ने सरकारी अधिकारियों के साथ सांठगांठ कर, खासकर लेखपाल, कानूनगो और तहसीलदार के सहयोग से, अप्रवासियों की जमीनों को निशाना बनाना शुरू किया है। इसके अतिरिक्त, डाटा एंट्री करने वालों के साथ मिलीभगत करके जमीन के रिकॉर्ड में बदलाव करने के आरोप भी लगाए गए हैं। ऐसे में जमीन के मालिक को खबर तक नहीं होती कि उनके नाम से जमीन का एक हिस्सा हटाकर किसी और के नाम कर दिया गया है।

जांच और सतर्कता का पालन करें

लैंड स्कैमर्स की इन चालबाजियों से बचने के लिए जरूरी है कि आप अपने जमीन से जुड़े दस्तावेजों की समय-समय पर जांच कराते रहें। अगर आप अपने गांव से दूर रहते हैं, तो किसी भरोसेमंद व्यक्ति से अपने दस्तावेजों की स्थिति की जानकारी लें।

कानूनी सहायता लें

अगर आपको अपनी जमीन से संबंधित किसी भी प्रकार की गड़बड़ी का अंदेशा हो, तो तुरंत संबंधित अधिकारी से संपर्क करें और कानूनी कार्रवाई शुरू करें। जमीन के दस्तावेजों की स्थिति और अतिक्रमण की जानकारी के लिए तहसील कार्यालय से नियमित रूप से जानकारी लेना भी जरूरी है।

नए नियमों और जागरूकता की मांग

कई संगठनों ने राज्य सरकार से अपील की है कि वे जमीन की धोखाधड़ी रोकने के लिए कड़े कदम उठाएं और अप्रवासियों के लिए विशेष प्रावधान करें। जागरूकता अभियान चलाकर गांव से बाहर रहने वाले लोगों को सतर्क किया जाना भी समय की मांग है।

इसलिए अगर आप भी अप्रवासी हैं, तो अपनी जमीन के दस्तावेजों की समय-समय पर जांच कराते रहें ताकि धोखाधड़ी से बचा जा सके।

अधिकारियों पर ठोंके मुकदमा

यदि आपके जमीन के कागजातों के साथ छेड़छाड़ की गयी है, तो आप उसे सुधार करवाने की जगह सीधे संबंधित अधिकारियों पर मुकदमा ठोंके और दावा करें कि अधिकारियों की लापरवाही या मिलीभगत का खामिया पीड़ित क्यों भुगते। यह समय ऐसा है, जब आपको दोषियों अधिकारियों को कटघरे में करना होगा। अपने कागजातों को दुरूस्त कराने से भ्रष्टाचार नहीं रूकेगा, जब तक कि अधिकारियों उस गैरकानूनी काम के लिए सजा मिले।

इस खबर को भी पढ़ें- यूपी में माफियागिरी का नया रूप, लैंड स्कैमर्स सक्रिय

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