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धार्मिक अनुष्ठान में देशप्रेम का अनूठा संगम
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आयोजन ने श्रद्धालुओं को न केवल आध्यात्मिक शांति का अनुभव कराया, बल्कि देशप्रेम की भावनाओं को भी गहराई से महसूस कराया
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के भद्रेश्वर थानांतर्गत खावपोखर नोनियापट्टी में शुक्रवार को आयोजित रुद्राभिषेक के दौरान आध्यात्मिक और देशभक्ति का अनूठा संगम देखने को मिला। इस आयोजन ने श्रद्धालुओं को न केवल आध्यात्मिक शांति का अनुभव कराया, बल्कि देशप्रेम की भावनाओं को भी गहराई से महसूस कराया।
खावपोखकर के नोनिपट्टी में ब्राह्मण परिवार ओम प्रकाश तिवारी और सत्य प्रकाश तिवारी ने इस रुद्राभिषेक का आयोजन किया था। रुद्राभिषेक के अनुष्ठान में पारंपरिक विधियों के मंत्रोच्चार के साथ-साथ देशभक्ति भरे माहौल ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
आयोजन स्थल पर सबसे आकर्षण का केंद्र शिव लिंग रहा। भगवान भोले नाथ को हल्दी-चंदन के साथ भव्य रुप से सजाया गया था। उनकी आंखों की पुतली, नाक और ललाट पर त्रिपुंड तिलक तिरंगे के रूप में सजाया गया था। इससे वहां सावन के महीने में आध्यात्मिक भक्ति के साथ-साथ देशभक्ति का माहौल भी बन गया।
इस दौरान पुरोहित विद्यानंद तिवारी ने भगवान शिव के महामृत्युंजय “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥“ के साथ-साथ भजनों से प्रेरणादायक भावना को प्रकट किया।
भक्ति और देशभक्ति का यह अद्भुत संगम उपस्थित सभी लोगों के लिए एक अद्वितीय अनुभव रहा। आयोजकों ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल धार्मिक एकता को प्रोत्साहित करना है, बल्कि देशवासियों को एकजुट होकर अपने धर्म और देश के प्रति प्रेम प्रकट करने का भी मौका देना है।
आयोजन में शामिल हुए श्रद्धालुओं ने इस अनुष्ठान की सराहना करते हुए इसे एक प्रेरणादायक अनुभव बताया, जो उन्हें अपनी आध्यात्मिक और देशभक्ति की जड़ों से जोड़ने में सफल रहा। इस मौके पर डा गंगासागर शर्मा, राजकुमार केवट, अरुण कुमार, काशीनाथ पासवान, राबिन सिंह समेत विभिन्न अतिथियों की मौजूदगी रही।
रुद्राभिषेक में बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा की कामना
रुद्राभिषेक के दौरान बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए विशेष प्रार्थना की गई। इस अनुष्ठान ने न केवल आध्यात्मिक शांति की प्राप्ति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक सद्भावना और सुरक्षा की कामना भी की।
रुद्राभिषेक का महत्व
रुद्राभिषेक एक प्रमुख हिंदू धार्मिक अनुष्ठान है, जो भगवान शिव की पूजा के लिए किया जाता है। यह विशेष रूप से शिवलिंग पर जल, दूध, शहद, घी और अन्य पवित्र सामग्री अर्पित करने की प्रक्रिया को संदर्भित करता है। इसके महत्व को विभिन्न दृष्टिकोणों से समझा जा सकता है:
आध्यात्मिक शांति और संतुलन: रुद्राभिषेक का आयोजन मानसिक और आध्यात्मिक शांति की प्राप्ति के लिए किया जाता है। यह अनुष्ठान नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और मन, शरीर, और आत्मा के बीच संतुलन स्थापित करने में मदद करता है।
भक्ति और समर्पण: यह अनुष्ठान भगवान शिव के प्रति भक्ति और समर्पण का एक महत्वपूर्ण तरीका है। शिवलिंग पर विभिन्न पवित्र सामग्री अर्पित करने से भक्तों को भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन होते हैं।
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व: रुद्राभिषेक हिंदू धर्म की धार्मिक परंपराओं में गहराई से जुड़ा हुआ है। यह अनुष्ठान धार्मिक उत्सवों और महत्वपूर्ण तिथियों पर विशेष रूप से आयोजित किया जाता है, जो सांस्कृतिक और धार्मिक एकता को बढ़ावा देता है।
संकटों से मुक्ति: इस अनुष्ठान को करने से जीवन में आ रहे विभिन्न संकटों और समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है। इसे विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी माना जाता है जो मानसिक या शारीरिक समस्याओं से गुजर रहे हैं।
समाज और परिवार की भलाई: रुद्राभिषेक परिवार और समाज के कल्याण के लिए भी किया जाता है। यह अनुष्ठान परिवार में सुख-शांति और समृद्धि लाने के लिए किया जाता है और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देता है।
हर घर तिरंगा अभियान में परिवार हुआ शामिल
देश में हर घर तिरंगा अभियान एक राष्ट्रीय पहल है, जिसका उद्देश्य देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने घरों पर तिरंगा झंडा फहराने के लिए प्रेरित करना है। इस अभियान की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी द्वारा की गई है और यह स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर शुरू किया गया था। इस अभियान का उद्देश्य केवल राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करना नहीं, बल्कि देशभक्ति की भावना को भी प्रोत्साहित करना है।
देश में इस बार नौ अगस्त से 15 अगस्त तक इस अभियान को चलाया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नागरिकों में देशभक्ति की भावना को जगाना है। तिरंगा झंडा फहराकर, लोग अपने राष्ट्रीय गौरव और स्वतंत्रता के प्रतीक के प्रति अपने सम्मान को प्रकट करते हैं।
राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बढ़ावा देना: यह अभियान सभी भारतीयों को एकजुट करने का प्रयास करता है। विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों में एकसमान ध्वज फहराने से देश में एकता और अखंडता की भावना को सुदृढ़ किया जाता है।
स्वतंत्रता संग्राम के नायकों को सम्मान देना: हर घर तिरंगा अभियान के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों और नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है, जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए बलिदान दिया।
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