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प्रशिक्षुओं को समुद्र में जीवन की बारीकियों के बारे में जानकारी दी गई
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आईएनएस तरंगिनी पर नौकायन प्रशिक्षण से भी परिचित कराया गया
नई दिल्ली। रॉयल सऊदी नौसेना बल (आरएसएनएफ) के किंग फहद नौसेना अकादमी के 76 प्रशिक्षुओं का भारतीय नौसेना के साथ प्रशिक्षण पूरा हो गया है। कोच्चि स्थित प्रथम प्रशिक्षण स्क्वाड्रन (1टीएस) में तीन सप्ताह के प्रशिक्षण में बंदरगाह के साथ-साथ समुद्री चरण भी शामिल था। प्रशिक्षुओं को समुद्र में जीवन की बारीकियों के बारे में जानकारी दी गई और आईएनएस तरंगिनी पर नौकायन प्रशिक्षण से भी परिचित कराया गया।
प्रशिक्षण के दौरान बंदरगाह चरण में मुख्य रूप से नौवहन, अग्निशमन और क्षति नियंत्रण पहलुओं पर सिम्युलेटर-आधारित प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित किया गया। समुद्री चरण के दौरान प्रशिक्षुओं को जहाज संचालन, संचार प्रक्रियाओं और समुद्र में जीवन की बारीकियों के बारे में अवगत कराया गया। इसके अलावा प्रशिक्षुओं को वाटरमैनशिप प्रशिक्षण केंद्र और आईएनएस तरंगिनी पर नौकायन प्रशिक्षण से संबंधित जानकारी दी गई। भारतीय नौसेना के साथ आरएसएनएफ के प्रशिक्षुओं ने दोनों समुद्री देशों के बीच मित्रता बढ़ाने में योगदान दिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम ने ऐतिहासिक और स्थानीय दर्शनीय स्थलों के संगठित दौरों तथा भारतीय प्रशिक्षुओं के साथ मैत्रीपूर्ण खेल कार्यक्रमों के माध्यम से सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सहभागिता को भी सुगम बनाया।
प्रशिक्षण के समापन पर आयोजित कार्यक्रम में दक्षिणी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ रियर एडमिरल उपल कुंडू ने प्रशिक्षुओं और आरएसएनएफ के निर्देशन स्टाफ के साथ बातचीत की। बातचीत के दौरान प्रशिक्षुओं ने अपने समुद्री अनुभव साझा किए और उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण की सराहना की। आईएनएस तीर पर समापन समारोह के दौरान प्रशिक्षुओं को पाठ्यक्रम पूरा होने के प्रमाण पत्र और पूर्व छात्र बैज प्रदान किए गए। इस अवसर पर प्रशिक्षुओं की यात्रा पर प्रकाश डालने वाले एक पाठ्यक्रम संस्मरण का भी अनावरण किया गया।
साभार – हिस