नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने गोरखपुर स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचआई) के प्रबंधक वीरेंद्र सिंह के खिलाफ आज गुरुवार को घूसखारी के आरोप में मामला दर्ज किया है।
सीबीआई के मुताबिक शिकायतकर्ता का आरोप है कि राजमार्ग के किनारे की जमीन पर पेट्रोल पंप लगाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने के एवज में एनएचआईए के प्रबंधक वीरेंद्र सिंह द्वारा डेढ़ लाख रुपये रिश्वत के तौर पर मांगी जा रही है।
01 जुलाई 2024 को शिकायतकर्ता की तरफ से इसकी शिकायत सीबीआई के भ्रष्ट्राचार निरोधक शाखा (एसीबी) को की गई थी। इसका संज्ञान लेकर सीबीआई की एसआईबी टीम ने गुरुवार को पीसी एक्ट 1988 के तहत केस दर्ज किया।
सीबीआई के मुताबिक शिकायतकर्ता को कुशीनगर में आईओसीएल के पेट्रोल पंप के लिए 3 जुलाई 2023 को कंपनी की तरफ से एनएचएआई के किनारे की जमीन पर पेट्रोल पंप लगाने की स्वीकृति मिली। कंपनी की तरफ से स्वीकृति मिलने के बाद शिकायतकर्ता ने एनएचएआई से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के लिए दिसंबर में आवेदन किया था।
सीबीआई के मुताबिक शिकायकर्ता ने बताया कि यह फाइल गोरखपुर में एनएचएआई के प्रबंधक वीरेंद्र सिंह के पास स्वीकृति के लिए गई थी। इसकी स्वीकृति दिए जाने में विलंब किया जा रहा है। आरोप है कि शिकायकर्ता द्वारा एनएचएआई के प्रबंधक वीरेंद्र सिंह से संपर्क करने पर एनओसी दिए जाने के एवज में डेढ़ लाख रुपये घूस की मांग की गई।
साभार – हिस