-
ज्ञानवापी शृंगार गौरी की वादिनी महिलाओं के साथ उनके अधिवक्ताओं ने भी हाजिरी लगाई
वाराणसी। वासंतिक चैत्र नवरात्र के चौथे दिन शुक्रवार को ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद और ज्ञानवापी मां शृंगार गौरी केस से जुड़ी वादिनी महिलाओं, पक्षकार और अधिवक्ताओं ने आम श्रद्धालुओं के साथ मां शृंगार गौरी का दर्शन पूजन किया। इस दौरान हर-हर महादेव, जय माता दी के उद्घोष से पूरा परिसर गूंज उठा। मां शृंगार गौरी के पास लगे बैरिकेडिंग को भी भीड़ को देखते हुए हटा दिया गया।
ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद के कार्यकर्ताओं ने चौक स्थित सत्यनारायण मन्दिर से दर्शन -पूजन की यात्रा शुरू की। महापरिषद के अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ल की अगुआई में कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए शृंगार गौरी मंदिर की ओर बढ़े। कड़ी सुरक्षा के बीच श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नम्बर 4 से कार्यकर्ताओं ने ज्ञानवापी में प्रवेश किया। कार्यकर्ताओं ने नारियल, प्रसाद, चुनरी माता रानी के विग्रह पर अर्पित किया और विधिवत दर्शन पूजन किया। कार्यकर्ताओं ने व्यास जी तहखाना, बाबा श्री काशी विश्वनाथ, माता अन्नपूर्णा, ढूंढीराज गणेश का सामूहिक पूजन किया। माता श्रृंशृंगार गौरी के सामने ज्ञानवापी मुक्ति का शपथ एवं संकल्प लिया और हनुमान जी के सामने हनुमान चालीसा का पाठ किया।
कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्वी उत्तर प्रदेश के धर्म जागरण प्रमुख अभय कुमार के सानिध्य, अनिल रावल शास्त्री के आचार्यत्व, डॉ. ज्ञान प्रकाश मिश्र के संयोजन में दर्शन-पूजन किया। दर्शन पूजन यात्रा में बीएचयू के शोध छात्र पतंजलि पांडेय, अधिवक्ता राजा आनंद ज्योति सिंह, अभिषेक निगम, विहिप के अनिल कुमार, गौरव प्रकाश, स्वतंत्र बहादुर, सुमंत आनंद, दीप मेहरोत्रा, अखिलेश श्रीवास्तव, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग संगठन मंत्री सत्यम मिश्र, अक्षय तिवारी, आशीष, अधोक्षज पांडेय, शशिकांत पांडेय आदि ने भी भागीदारी की।
मां शृंगार गौरी केस की वादिनी महिलाओं ने शोभायात्रा निकाल किया दर्शन- पूजन
वासंतिक चैत्र नवरात्र के चौथे दिन मां शृंगार गौरी केस की वादिनी चारों महिलाएं लक्ष्मी देवी, सीता साहू, मंजू व्यास, रेखा पाठक, उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, अधिवक्ता सुभाष नन्दन चतुर्वेदी, सुधीर त्रिपाठी, दीपक सिंह, पैरोकार सोहनलाल आर्य ने मैदागिन स्थित गोरक्षनाथ मंदिर से शृंगार गौरी के दरबार तक शोभायात्रा निकाल कर दर्शन- पूजन किया। शोभायात्रा में हिन्दूवादी संगठनों से जुड़े पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी शामिल हुए।
यात्रा में धर्माचार्य , काशी के वरिष्ठ सामाजिक नेताओं की उपस्थिति में पूरे राह केसरिया ध्वज लहराते हुए लोग हर-हर महादेव का उद्घोष करते रहे। हिन्दू पक्ष के सोहनलाल आर्य ने बताया कि सनातन धर्म के स्थापनार्थ इस यात्रा का बहुत ही महत्व है। सनातन धर्म में हर देवी-देवताओं का पांच प्रहर दर्शन-पूजन का प्रावधान है। जबकि मां श्रृंगार गौरी का वर्ष में एक बार दर्शन पूजन का अधिकार होना विश्व की 100 करोड़ हिंदुओं के लिए काला अध्याय है। हम हिंदू अपनी भावनाओं को मार कर दर्शन पूजन करने आए हैं। हम मां शृंगार गौरी से प्रार्थना करते हैं कि हम सभी को इतनी शक्ति प्रदान करें कि हम उनका दर्शन-पूजन हर दिन कर सकें। यही हम सभी का लक्ष्य है। इसी के निमित्त मां शृंगार गौरी के दर्शन-पूजन के लिए हम सभी ने शोभायात्रा निकाली।
मैदागिन से प्रारंभ हुई यात्रा नीचीबाग, चौक होते हुए ज्ञानवापी पर समाप्त हुई। वहां से माता शृंगार गौरी के विग्रह को चुनरी चढ़ाकर आराधना की गई। उसके उपरांत बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन भी हुआ।
साभार – हिस