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मां दुर्गा के आराधना पर्व नवरात्रि पर कोई प्रभाव नहीं
वाशिंगटन/नई दिल्ली। आज साल का पहला सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) लगने वाला है। यह सूर्य ग्रहण 2024 में होने वाली पहली खगोलीय घटना है। इसे बेहद दुर्लभ माना जा रहा है। यह सूर्य ग्रहण 50 वर्ष बाद सबसे लंबा चलने वाला ग्रहण होगा जो करीब 5 घंटे और 25 मिनट तक चलेगा। साल का पहला सूर्य ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा जिसके चलते जब ग्रहण अपने चरम पर होगा तब कुछ समय के लिए पृथ्वी पर अंधेरा छा जाएगा। इस सूर्य ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा। इसके कारण सूर्य ग्रहण का सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा।
इस दुर्लभ और साल के पहले सूर्य ग्रहण के साक्षी मेक्सिको, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के लाखों लोग होंगे। आज के इस सूर्य ग्रहण के वक्त लोग चंद्रमा को सूर्य की रोशनी में पूरी तरह से अस्पष्ट रूप में देख पाएंगे। इस सूर्य ग्रहण को लेकर अमेरिका सहित जिस-जिस देशों में यह सूर्य ग्रहण दिखना है वहां लोगों में खासा उत्साह है। यह सूर्य ग्रहण दुर्लभ होने के कारण काफी विशेष है। इस तरह का अगला सूर्य ग्रहण अब दो दशक बाद ही देखने को मिलेगा। इस सूर्य ग्रहण को लेकर नेत्र स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि सूर्य ग्रहण पर बिना सावधानी के केवल एक नजर भर देखने मात्र से जीवन भर की दृष्टि हानि हो सकती है। इस बार का ग्रहण अमेरिका, कनाड़ा, इंग्लैंड, मैक्सिको, आयरलैंड में नजर आएगा।
चित्रकूट तीर्थ क्षेत्र के बड़े महाराज के अनुसार, आज चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि और कल से यानी 09 अप्रैल से चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि लग जाएगी। हर वर्ष चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर चैत्र नवरात्रि शुरू होती है। लेकिन इस बार चैत्र नवरात्रि के शुरू होने से एक दिन पहले सूर्य ग्रहण लग रहा है। भारतीय समयानुसार यह ग्रहण 08 अप्रैल को रात 09 बजकर 12 मिनट से शुरू होगा जो 09 अप्रैल की सुबह 2 बजकर 22 मिनट तक चलेगा। लेकिन भारत में इस ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा, इस कारण सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। ऐसे में मां दुर्गा की आराधना के पर्व नवरात्रि पर इसका कोई प्रभाव नहीं रहेगा।
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