नई दिल्ली, । रेल कर्मचारियों, रक्षा विभाग के कर्मचारियों तथा अन्य सरकारी औद्योगिक संस्थानों के कर्मचारियों द्वारा पुरानी पेंशन बहाली के लिए 21-22 नवंबर को पूरे भारतीय रेलवे, रक्षा विभाग के साथ अन्य सरकारी औद्योगिक सस्थानों में देशव्यापी हड़ताल के लिए गुप्त मतदान कराया जायेगा। इसके आधार पर पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की तिथि निर्धारित की जायेगी।
ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन के महामंत्री एवं ‘‘पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मंच‘‘ के संयोजक शिव गोपाल मिश्र ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुरानी पेंशन बहाली की एक सूत्री मांग को लेकर ‘पुरानी पेंशन बहाली सयुक्त मंच‘ की 10 अगस्त, 2023 को रामलीला मैदान, नई दिल्ली में आयोजित ऐतिहासिक रैली और मुम्बई में 8-9 नवंबर को आयोजित एआईआरएफ के 99वें वार्षिक अधिवेशन में प्रस्ताव पारित कर निर्णय लिया गया था कि हडताल के निर्णय के लिए उनका मत जानने हेतु 21 और 22 नवंबर को पूरे भारतीय रेलवे के साथ-साथ रक्षा विभाग व अन्य सरकार औद्यौगिक सस्थानों में ‘‘ गुप्त मतदान ‘‘ द्वारा सरकारी कर्मचारियों की राय ली जायेगी। उनके मतदान के आधार पर अनिश्चितकालीन हडताल की तिथि सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने बताया कि अगर 60 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी हड़ताल के प़क्ष में अपना मत दे देते हैं तो जनवरी या फरवरी में अनिश्चितकालीन हड़ताल हेतु नोटिस सरकार को दी जायेगी।
मिश्र ने आगे कहा कि 10 अगस्त, 2023 को रामलीला मैदान में पुरानी पेंशन बहाली के लिए आयोजित ऐतिहासिक महारैली में केन्द्र एवं राज्य के सरकारी कर्मचारियों के जबरदस्त भीड़ ने दिखा दिया कि सरकारी कर्मचारियों में अपनी सामाजिक सुरक्षा के लिए पेंशन बहाली को लेकर काफी रोष है, क्योंकि यह मजदूरों के हक की लड़ाई है। अंजाम अब भले ही कोई हो, रेल कर्मचारी अपनी कुर्बानी देने को पूरी तरह तैयार है। इस महारैली ने दिखा दिया कि अगर सरकार अब भी पुरानी पेंशन बहाल नहीं करती तो आगे ‘‘हड़ताल‘‘ के आह्वान पर इसका कितना व्यापक असर पड़ेगा।
महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने बताया कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए उनका मत जानने के लिए ‘‘गुप्त मतदान‘‘ के लिए मत पेटियां पूरे भारतीय रेलवे के साथ-साथ अन्य सरकारी औद्यागिक संस्थानो में सील कर कर्मचारियों के कार्यस्थलों पर पहुंच चुकी हैं और सभी कर्मचारी अति उत्साह के लिए अपना मत देने के लिए उत्सुक हैं, जिसके आधार पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की तिथि घोषित की जायेगी।
साभार – हिस