-
अपने घर में ली अंतिम सांस
भुवनेश्वर। ओडिशा के प्रसिद्ध जात्रा कलाकार और स्टैंड-अप कॉमेडियन रवि सतपथी लीवर कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद जंग हार गए। शुक्रवार को उनका निधन हो गया। वह 68 वर्ष के थे। प्रसिद्ध हास्य कलाकार ने जगतसिंहपुर जिले के कुजांग ब्लॉक अंतर्गत आगपड़ा स्थित अपने घर पर अंतिम सांस ली।
अपने मनमोहक और जीवंत अभिनय के लिए जाने जाने वाले सतपथी के निधन के बाद जात्रा प्रेमियों में निराशा छा गई है।
दो साल पहले लीवर कैंसर का पता चलने के बाद सतपथी लंबे समय तक बिस्तर पर थे। उन्होंने पहले गंभीर पेट दर्द की शिकायत की तो उन्हें कटक ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें परीक्षण कराने की सलाह दी।
तमाम जांचों के बाद डॉक्टरों ने बताया कि वह तीसरे स्टेज के लिवर कैंसर से पीड़ित हैं। तभी से उनका इलाज चल रहा था। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से कुछ भी नहीं खा सके और केवल तरल आहार ही ले रहे थे।
वह सुपरहिट जात्रा ‘शगुना बेसिकी देना मेलाई’ में पदु मोहंती के किरदार से मशहूर हुए। वह एक अन्य लोकप्रिय यात्रा ‘मो पेनकली बाजेई दे’ का भी हिस्सा थे। उन्होंने चंद्रमणि का किरदार निभाया और दर्शकों तथा आलोचकों से समान रूप से प्रशंसा प्राप्त की। इसके बाद ‘अर्धांगिनी’ और ‘बेला बुडिगेल बेबिना कांडे’ जात्रा में उनकी कुछ अन्य महान रचनाएं हैं, जो जात्रा प्रेमियों के दिल और दिमाग में हमेशा बनी रहेंगी। उन्होंने ‘शिवानी गणनाट्य’, ‘गौरी गणनाट्य’, ‘धौली गणनाट्य’, ‘कोणार्क गणनाट्य’, ‘बाघाजतीन लोकनाट्य’, ‘इंद्र महल’, ‘रंगमहल’, ‘सूर्य महल’ और ‘विश्व रंगमहल ‘ जैसी कई ओपेरा पार्टियों में अभिनय किया है।