नई दिल्ली, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केन्द्र सरकार बढ़ती महंगाई को रोक पाने में विफल रही है। देश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में बेरोजगारी दर में लगातार इजाफा हो रहा है।
कांग्रेस महासचिव व राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में बेरोजगारी दर अब 10 फीसदी से ऊपर है। यह दो वर्षों में सबसे अधिक है जबकि यह पहले ही पांच दशकों का रिकॉर्ड तोड़ चुकी थी। ग्रामीण बेरोजगारी अब 10.8 फीसदी है।
रमेश ने कहा कि बेरोजगारी का संकट गंभीर है। यह मनरेगा के तहत काम की रिकॉर्ड मांग से और भी स्पष्ट हो गया है। मनरेगा करोड़ों भारतीयों के लिए रोजगार का आखिरी सहारा है। इसके तहत काम मांगने वालों की संख्या पिछले वर्ष से 20 फीसदी बढ़ गई है। काम की मांग करने वाले परिवारों की संख्या 2019 में कोविड महामारी से पहले की तुलना में भी अधिक है। इससे साफ होता है कि आर्थिक सुधार की सभी बातें पूरी तरह से सिर्फ़ दिखावा है।
रमेश ने कहा कि अक्टूबर 2023 में एक करोड़ भारतीयों ने श्रम बाजार में प्रवेश किया। इनमें से लाखों को काम नहीं मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि अभी पिछले हफ़्ते ही खबर आई थी कि सैकड़ों इंजीनियरों ने सरकारी चपरासी की नौकरी के लिए आवेदन किया है। इंफोसिस और विप्रो ने कहा है कि वे इस साल कॉलेजों से प्लेसमेंट नहीं करेंगे।
साभार -हिस