नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को सुबह लगभग 10:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट (जीएमआईएस) 2023 के तीसरे संस्करण का उद्घाटन करेंगे।
शिखर सम्मेलन 17 से 19 अक्टूबर तक मुंबई के एमएमआरडीए मैदान में आयोजित किया जाएगा। तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन में भविष्य के बंदरगाहों सहित समुद्री क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों पर चर्चा और विचार-विमर्श किया जाएगा। यह शिखर सम्मेलन देश के समुद्री क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए एक उत्कृष्ट मंच भी प्रदान करेगा।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री भारतीय समुद्री ‘ब्लू’ अर्थव्यवस्था के लिए दीर्घकालिक खाका ‘अमृत काल विजन 2047’ का अनावरण करेंगे। प्रधानमंत्री इस भविष्यवादी योजना के अनुरूप 23 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन, राष्ट्र को समर्पण और आधारशिला रखेंगे।
यह शिखर सम्मेलन देश का सबसे बड़ा समुद्री कार्यक्रम है। इसमें यूरोप, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, एशिया (मध्य एशिया, मध्य पूर्व और बिम्सटेक क्षेत्र सहित) देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले दुनिया भर के मंत्री भाग लेंगे। शिखर सम्मेलन में दुनिया भर से वैश्विक सीईओ, व्यापारिक नेता, निवेशक, अधिकारी और अन्य हितधारक भी भाग लेंगे। इसके अलावा शिखर सम्मेलन में कई भारतीय राज्यों का प्रतिनिधित्व भी मंत्रियों और अन्य गण्यमान्य व्यक्तियों द्वारा किया जाएगा।
प्रधानमंत्री गुजरात के दीनदयाल बंदरगाह प्राधिकरण में 4,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनने वाले टूना टेकरा ऑल वेदर डीप ड्राफ्ट टर्मिनल की आधारशिला रखेंगे। इस अत्याधुनिक ग्रीनफील्ड टर्मिनल को पीपीपी मोड में विकसित किया जाएगा। इस टर्मिनल के अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र के रूप में उभरने की संभावना है। यह 18,000 बीस-फुट समतुल्य इकाइयों (टीईयू) से अधिक के अगली पीढ़ी के जहाजों को संभालेगा और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईईसी) के माध्यम से भारतीय व्यापार के लिए प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करेगा। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री समुद्री क्षेत्र में वैश्विक और राष्ट्रीय साझेदारी के लिए 7 लाख करोड़ से अधिक के 300 से अधिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) भी समर्पित करेंगे।
उल्लेखनीय है कि पहला मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन 2016 में मुंबई में आयोजित किया गया था। दूसरा समुद्री शिखर सम्मेलन वर्चुअल माध्यम से 2021 में आयोजित किया गया था।
साभार -हिस