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भारतीय विविधता में एकता दिख रही मंच पर
अमेरिका और भारत के संबंध बेहतर हो रहे है। उच्च प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष और शिक्षा के क्षेत्र में बड़े स्तर पर सहयोग करने के लिए अमेरिका तैयार है। अमेरिका पर्यावरण को लेकर संवेदनशील है। इस वैश्विक समस्या से निपटना चाहता है। इसके लिए विश्व समुदाय को सहयोग देने और लेने को तैयार है। यह अमेरिका का लक्ष्य है। मैकलियोड ने कहा कि रूस का इरादा यूक्रेन पर कब्जा करने का है। वह यूक्रेन के अनाज भंडार को निशाना बना रहा है।
नई दिल्ली। जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंचीं अमेरिकी विदेशमंत्री की प्रवक्ता मार्गरेट मैकलियोड व्यवस्था देख बेहद खुश हैं। वह फर्राटे की हिंदी बोलती हैं। उनका मानना है कि जी-20 के मंच पर भारतीय विविधता में एकता का अनूठा उदाहरण दिख रहा है।
एक चैनल को दिए गए साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन में बातचीत से ही एजेंडा तय होगा। यह ऐसा मंच है, जिसमें विश्व की बड़ी विकसित और उभरती अर्थव्यवस्था शामिल हैं। हम समझते हैं आधुनिक समस्याओं से कोई एक देश अपने स्तर पर निपटने में सक्षम नहीं है। बातचीत से ही इसका समाधान निकलना संभव है। इसमें त्रिपक्षीय वार्ता काफी फायदेमंद होगी।
उन्होंने रूस और चीन से विश्व को मिल रही चुनौतियों के सवाल पर कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत दोनों देशाें को समझ रहा है। भारत ने अपने विचारों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभावित किया है। भारत ने विविधता में एकता का जो आदर्श प्रस्तुत किया है, वह इस मंच पर दिख रहा है। यह अमेरिका के लिए अनुकरणीय है।
मार्गरेट ने कहा कि अमेरिका और भारत के संबंध बेहतर हो रहे है। उच्च प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष और शिक्षा के क्षेत्र में बड़े स्तर पर सहयोग करने के लिए अमेरिका तैयार है। अमेरिका पर्यावरण को लेकर संवेदनशील है। इस वैश्विक समस्या से निपटना चाहता है। इसके लिए विश्व समुदाय को सहयोग देने और लेने को तैयार है। यह अमेरिका का लक्ष्य है। मैकलियोड ने कहा कि रूस का इरादा यूक्रेन पर कब्जा करने का है। वह यूक्रेन के अनाज भंडार को निशाना बना रहा है। इससे वैश्विक मंदी पर असर पड़ेगा। इससे गरीब आबादी पर बुरा असर पड़ेगा।
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