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जल जीवन मिशन के तहत 13 करोड़ ग्रामीण परिवारों को मिला नल से जल

  •  देश में हर सेकेंड एक घर को मिल रहा जल का कनेक्शन

  •  1,86,818 गांवों में 100 प्रतिशत नल से हो रही है जलापूर्ति

नई दिल्ली, जल जीवन मिशन ने 13 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से जल कनेक्शन देकर एक और मील का पत्थर हासिल किया है। ग्रामीण नल कनेक्शन देने के मिशन के तहत अगस्त 2019 में 3.23 करोड़ घरों से बढ़ाकर केवल चार वर्ष में 13 करोड़ घरों में नल से जल का कनेक्शन दिया जा चुका है।

केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अब देश के 145 जिलों और 1,86,818 गांवों में सौ प्रतिशत नल से जलापूर्ति हो रही है। हर सेकंड एक नल जल का कनेक्शन दिया जा रहा है जिससे देश का ग्रामीण परिदृश्य बदल रहा है। एक जनवरी 2023 से हर दिन औसतन 87,500 नल कनेक्शन दिए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में जनवरी 2023 से 61.05 लाख कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन दिया जा चुका है। बिहार में 96.39 प्रतिशत, मिजोरम में 92.12 प्रतिशत घरों मेंं नल से जल पहुंचाया जा चुका है।
देश में 5.27 लाख से अधिक ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियां पानी समितियां गठित की गई हैं और पांच लाख 12 हजार ग्राम कार्य योजनाएं तैयार की गई हैं। इनमें पेयजल स्रोत संवर्धन, ग्रे-वाटर उपचार और इसके पुन: उपयोग और नियमित की योजनाएं शामिल हैं। गांव में जलापूर्ति प्रणालियों का संचालन एवं रखरखाव भी है। जल जीवन मिशन की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 को लाल किले की प्राचीर से की थी। तब से अब तक छह राज्यों- गोवा, तेलंगाना, हरियाणा, गुजरात, पंजाब और हिमाचल प्रदेश और तीन केंद्रशासित प्रदेशों- पुदुचेरी, डी एंड डी एवं डी एंड एनएच और ए एंड एन द्वीप समूह में सौ प्रतिशत कवरेज हो चुका है।
जल शक्ति मंत्रालय के मुताबिक ग्राम सभाओं के माध्यम से पुष्टि की गई है कि गांव के सभी घर में पानी की पर्याप्त, सुरक्षित और नियमित आपूर्ति हो रही है। जल जीवन मिशन के शुभारंभ के समय 1.79 करोड़ आबादी (आर्सेनिक-1.19 करोड़, फ्लोराइड-0.59 करोड़) वाली 22,016 बस्तियों (आर्सेनिक-14,020, फ्लोराइड-7,996) के पेयजल स्रोत आर्सेनिक एवं फ्लोराइड से प्रदूषित थे। राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों की रिपोर्ट के अनुसार अब सभी आर्सेनिक फ्लोराइड प्रभावित बस्तियों में सुरक्षित पेयजल उपलब्ध है।
साभार -हिस

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