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प्रधानमंत्री मोदी ध्वजारोहण करके ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोह का समापन किया
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राष्ट्रगान के साथ सात स्वदेशी बंदूकों ने 52 सेकेंड में प्रति 2.4 सेकेंड में फायर करके सलामी दी
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वायु सेना के दो हेलीकॉप्टरों ने लाल किले पर फूलों की बारिश करके रंगा आसमान
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लगातार 10वीं बार लाल किले की प्राचीर से ध्वजारोहण करके ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोह का समापन किया। आजादी के अमृत महोत्सव की शुरुआत प्रधानमंत्री ने 12 मार्च, 2021 को अहमदाबाद, गुजरात के साबरमती आश्रम से शुरू की थी। प्रधानमंत्री ने लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के सपने को साकार करने के लिए नया जोश भरा।
प्रधानमंत्री मोदी आज सुबह अपने सरकारी आवास से निकलकर सीधे राजघाट पहुंचे और महात्मा गांधी की समाधि को पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद वे देश के मुख्य स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए लाल किला पहुंचे, जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और रक्षा सचिव गिरिधर अरामने ने किया। रक्षा सचिव अरामने ने प्रधानमंत्री को दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ का परिचय दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। गार्ड ऑफ ऑनर की कमान मेजर विकास सांगवान के हाथों में थी। प्रधानमंत्री के गार्ड की कमान मेजर इंद्रजीत सचिन के पास थी, जबकि नौसेना के सैन्य दल की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर एमवी राहुल रमन और वायु सेना के सैन्य दल की कमान स्क्वाड्रन लीडर आकाश गांघस ने संभाली। दिल्ली पुलिस के दल की कमान एडिशनल डीसीपी संध्या स्वामी के पास थी। गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर पर गए, जहां उनका स्वागत चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने किया।
इसके बाद जीओसी सेठ प्रधानमंत्री मोदी को ध्वजारोहण करने के लिए प्राचीर पर बने सेल्यूटिंग बेस तक ले गए। मेजर निकिता नायर और मेजर जास्मीन कौर ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता की। ध्वजारोहण के बाद तिरंगे को ‘राष्ट्रीय सलामी’ दी गई। राष्ट्रीय ध्वज गार्ड में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस के पांच अधिकारी और 128 अन्य कर्मी शामिल थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री के हाथों ध्वजारोहण करके के समय राष्ट्रीय सलामी दी। सेना के मेजर अभिनव देथा इस इंटर-सर्विसेज गार्ड और पुलिस गार्ड की कमान संभाली।
राष्ट्रीय ध्वज गार्ड में सेना के सैन्यदल की कमान मेजर मुकेश कुमार सिंह, नौसेना के सैन्य दल की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर हरप्रीत मान और वायु सेना के सैन्य दल की कमान स्क्वाड्रन लीडर श्रेय चौधरी के हाथों में रही। दिल्ली पुलिस के दल की कमान एडिशनल डीसीपी शशांक जायसवाल ने संभाली। सेना बैंड ने ध्वजारोहण और ‘राष्ट्रीय सलामी’ प्रस्तुत करने के दौरान राष्ट्रगान की धुन बजाई। बैंड का संचालन नायब सूबेदार जतिंदर सिंह ने किया। इसके बाद स्वदेश निर्मित 105 मिमी. भारतीय फील्ड गन्स से पहली बार 8711 फील्ड बैटरी (सेरेमोनियल) के गनर्स पारंपरिक 21 तोपों की सलामी दी। लेफ्टिनेंट कर्नल विकास कुमार ने सेरेमोनियल बैटरी की कमान संभाली। नायब सूबेदार (एआईजी) अनूप सिंह गन तोपों की सलामी देते समय पोजिशन ऑफिसर थे।
इस दौरान वायु सेना के दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टरों मार्क-III ध्रुव ने लाल किले में कार्यक्रम स्थल पर फूलों की बारिश की, तो आसमान भी भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर खुश नजर आया। इन हेलीकॉप्टरों के पायलट कैप्टन विंग कमांडर अंबर अग्रवाल और स्क्वाड्रन लीडर हिमांशु शर्मा थे। पुष्प वर्षा के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करना शुरू किया। प्रधानमंत्री के संबोधन के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट्स ने राष्ट्रगान गाया, जिन्हें वर्दी में ज्ञान पथ पर बैठाया गया था। लाल किले पर कार्यक्रम का फूलों से सजा जी-20 का प्रतीक चिन्ह लोगों के लिए एक अन्य आकर्षण रहा।
सरकार की विभिन्न योजनाओं और पहलों को समर्पित करने के लिए राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, इंडिया गेट, विजय चौक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, प्रगति मैदान, राजघाट, जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन, राजीव चौक मेट्रो स्टेशन, दिल्ली गेट मेट्रो स्टेशन, आईटीओ मेट्रो गेट, नौबत खाना और शीश गंज गुरुद्वारा सहित 12 स्थानों पर सेल्फी प्वाइंट स्थापित किए गए हैं।
साभार-हिस