इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर मध्य प्रदेश के इंदौर में आज (बुधवार) से जी-20 रोजगार कार्य समूह (ईडब्ल्यूजी) की चौथी बैठक शुरू हो रही है। इस तीन दिवसीय बैठक की अध्यक्षता केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेन्द्र यादव करेंगे। बैठक में जी-20 के सदस्य और अतिथि देशों, अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय संगठनों और व्यापार-20, श्रम-20, स्टार्टअप-20, थिंक-20 और यूथ-20 जैसे समूहों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। यह जानकारी जनसंपर्क अधिकारी डॉ. आरआर पटेल ने दी।
उन्होंने बताया कि शहर के स्कीम-78 स्थित ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में 21 जुलाई तक आयोजित इस बैठक में जी-20 समूह के सदस्य देश-विशेष आमंत्रित नौ देशों के प्रतिनिधि श्रम और रोजगार के मुद्दे पर चर्चा करेंगे। इस मुद्दे पर बने इन देशों के वर्किंग ग्रुप की तीन बैठकें क्रमश: फरवरी में जोधपुर, अप्रैल में गुवाहाटी और मई में स्विट्जरलैंड के जिनेवा स्थित अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आइएलओ) के मुख्यालय में हुई थी।
इस चौथी बैठक में मंत्रिस्तरीय घोषणा और परिणाम दस्तावेजों को अंतिम रूप देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसमें तीनों बैठकों के प्रयासों को समेकित किया जाएगा। ईडब्ल्यूजी की यात्रा जी-20 श्रम और मंत्रियों (एलईएम) की बैठक में समाप्त होगी, जहां वे इन परिणामों पर चर्चा करने और उन्हें अपनाने के लिए इकट्ठा होंगे।
केन्द्रीय श्रम विभाग की सचिव आरती आहूजा ने बताया कि कार्यसमूह की बैठकों में भारत ई-श्रम पोर्टल जैसे नवाचारों को भी रख रहा है। इस पोर्टल के माध्यम से असंगठित क्षेत्रों के श्रमिकों के बारे में सरकार के पास पूरी जानकारी रखी जाती है, जो उनके और उनके परिवार के हितों की दिशा में कदम उठाने के लिए सहायक सिद्ध होती है।
केन्द्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय के संयुक्त सचिव रूपेश कुमार ठाकुर ने पीपीटी के माध्यम से बताया कि चौथी ईडब्ल्यूजी बैठक में 86 प्रतिनिधि, 24 मंत्रिगण समेत 165 प्रतिनिधि भाग लेंगे। आईएलओ, ओईसीडी और विश्व बैंक सहित अंतरराष्ट्रीय संगठनों और नियोक्ता संघ के प्रमुख भी बैठक में शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि आयोजन के दौरान मध्यप्रदेश की भव्य प्राकृतिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक सुंदरता को प्रदर्शित करने की योजना बनाई गई है। इनमें प्रतिनिधियों के लिए मांडू का किला और इंदौर की प्रसिद्ध फूड स्ट्रीट छप्पन दुकान के भ्रमण की योजना बनाई गई है। इसके अलावा ऐतिहासिक शहर इंदौर के महत्वपूर्ण केंद्रों को देखने के लिए एक हेरिटेज वॉक और साइकिल राइड भी होगी। आगंतुक गणमान्य व्यक्तियों के लिए पारंपरिक लोक प्रदर्शन कला (संगीत और नृत्य) और हस्तशिल्प भी प्रदर्शित किए जाएंगे।
पोस्ट- डेस्क, इण्डो एशियन टाइम्स
साभार-हिस