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जी-20 देशों के प्रतिनिधियों के बीच गिफ्ट सिटी रहेगा आकर्षण का केन्द्र
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गिफ्ट सिटी में ‘गिफ्ट निफ्टी’ की एंट्री से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में है गुजरात
गांधीनगर/अहमदाबाद, भारत की पहली ऑपरेशनल स्मार्ट सिटी और भारत की फाइनांशियल टेक सिटी के रूप में विख्यात गिफ्ट सिटी पहली बार अंतरराष्ट्रीय चर्चा का मंच बनने जा रही है। भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत गुजरात में वित्त एवं केन्द्रीय बैंक उप प्रमुखों की तीसरी बैठक आयोजित होने जा रही है। इस बैठक के एक भाग के रूप में गिफ्ट सिटी में इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टर्स डायलॉग एट गिफ्ट सिटी नाम की बैठक आयोजित होगी। इस बैठक में जी-20 देशों के प्रमुख प्रतिनिधिगण, वित्त मंत्रियों एवं केंद्रीय बैंक के गवर्नर्स शामिल रहेंगे। यह महत्वपूर्ण है कि इस कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल भी शामिल होंगे।
गिफ्ट यानी गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी एक बहु-सेवा विशेष आर्थिक क्षेत्र है जिसमें भारत की पहली अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी), जिसे न केवल भारत बल्कि विश्व के लिए वित्तीय और प्रौद्योगिकी सेवाओं हेतु एक एकीकृत केंद्र के रूप में परिकल्पित किया गया है, मौजूद है।
गिफ्ट सिटी में ‘गिफ्ट निफ्टी’ की एंट्री से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में है गुजरात
इस बैठक से कुछ दिन पहले ही गुजरात ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। सिंगापुर जॉइन्ट एक्स्चेंज जिसे एसजीएक्स निफ्टी के नाम से जाना जाता है और जो अब से कुछ दिन पहले तक सिंगापुर से संचालित होता था वह अब पूरी तरह से गिफ्ट सिटी में शिफ्ट हो गया है और अब इसका संचालन भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) से शुरू हो गया है।
गौरतलब है कि एसजीएक्स निफ्टी, भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी इंडेक्स पर आधारित है और भारत और सिंगापुर के पूंजी बाजारों को जोड़ने वाली पहली क्रॉस-बॉर्डर इनीशिएटिव है। सिंगापुर एक्सचेंज (एसजीएक्स) से गिफ्ट के एनएसई के इंटरनेशनल एक्सचेंज (एनएसई IX) में स्थानांतरित होने के साथ इस इंडेक्स का नाम बदलकर गिफ्ट निफ्टी कर दिया गया है।
एसजीएक्स निफ्टी के शिफ्ट होने के साथ ही, लगभग 7.5 बिलियन डॉलर वैल्यू के डीनॉमिनेटेड कॉन्ट्रैक्ट्स के ट्रेड्स भी अब सीधे गुजरात के गिफ्ट सिटी से हो रहे हैं। इस ट्रेड का सकारात्मक प्रभाव फॉरेन फाइनांशियल इन्स्टीट्यूट्स के साथ-साथ इंडियन फाइनांशियल इन्स्टीट्यूट्स और भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा।
जी-20 की बैठक के दौरान गिफ्ट सिटी का दौरा करने वाले जी-20 देशों के प्रतिनिधियों के बीच गुजरात की यह उपलब्धि न केवल चर्चा का विषय बनी हुई है बल्कि यह गुजरात और देशों दोनों के लिए ही फाइनांशियल ट्रेड के लिए भी अच्छी व बड़ी खबर भी है।
तकनीक आधारित इन्फ्रास्ट्रक्चर से लैस है गुजरात की गिफ्ट सिटी
भारत को वैश्विक वित्तीय केंद्र के रूप में स्थापित करने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना अनुरूप गिफ्ट सिटी की स्थापना और इसका विकास किया गया है। वर्तमान में गिफ्ट सिटी में कई प्रमुख राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संस्थान जैसे आईएफएससी एरिया में 35 फिनटेक एन्टीटीज़, 2 इंटरनेशनल स्टॉक एक्स्चेंज, 1 मल्टीलेटरल बैंक, 1 बुलियन एक्स्चेंज, 23 इंटरनेशनल बैंकिंग यूनिट्स, 63 फंड मैनेजमेंट, 24 एयरक्राफ्ट लीजिंग और फाइनांसिंग एन्टीटीज, और 64 एन्सीलियरी सर्विसेस मौजूद हैं। इतना ही नहीं, वर्तमान में गिफ्ट सिटी में औसतन रोजाना ट्रेडिंग वॉल्यूम 30.6 बिलियन डॉलर है और क्यूमलेटिव एसेट साइज 36.5 बिलियन डॉलर है।
गिफ्ट सिटी, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात सरकार गिफ्ट सिटी को देश और विश्व के समक्ष एक ऐसे फाइनांशियल वर्क कल्चर वाले कॉमर्शियल एरिया के रूप में तैयार कर रही है, जो लीडिंग ग्लोबल फाइनांशिल हब्स के बराबर है या उनसे भी अधिक एक बेहद अनुकूल बिजनेस ईकोसिस्टम प्रदान कर सकता है।
गुजरात सरकार को उम्मीद है कि जी-20 के तहत होने वाली बैठक में गिफ्ट सिटी की ये विशेषताएं उन्हें अपने फाइनांशियल ट्रेड एक्टिविटीज को गुजरात में शिफ्ट करने के लिए आकर्षित करेगी। प्रधानमंत्री मोदी का ब्रेनचाइल्ड गिफ्ट सिटी आज एक राष्ट्रीय महत्व की परियोजना बन गई है और जैसे-जैसे देश एक विकसित राष्ट्र बनने के सपने को साकार करने की ओर अग्रसर हो रहा है। यह भारत की विकास गाथा का एक अभिन्न अंग बनती जा रही है।
साभार -हिस
Posted by: Desk, Indo Asian Times