मुंबई, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में हो रहे बदलाव के अनुसार शिक्षण प्राप्त करना समय की जरुरत है। रोजगार प्राप्त करने के लिए तकनीकी प्रशिक्षण आवश्यक है। औद्योगिक क्षेत्र में होने वाले नवीन परिवर्तनों और मांग के बारे में पता रोजगार प्राप्त करने वाले को होना चाहिए। इससे रोजगार का मार्ग और भी सरल हो जाएगा।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा गुरुवार को मुंबई में रविंद्र नाट्यमंदिर में राज्य सरकार की ओर से आयोजित छत्रपति शाहू महाराज युवाशक्ति करियर मार्गदर्शन शिविर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 लाख नौकरियां देने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री ने 2 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंप चुके हैं। 13 लाख से ज्यादा लोगों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। देश में कौशल्य विकास की आवश्यकता को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कौशल्य विकास मंत्रालय की स्थापना की है।
नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्किल इंडिया मिशन की शुरुआत की, जिससे युवा पीढ़ी को प्रशिक्षित किया जा रहा है, इसके फिर से प्रशिक्षण जरूरी है। दोबारा ट्रेनिंग के बाद फिर से अपग्रेड करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत 1 करोड़ से अधिक उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया गया, प्रशिक्षित उम्मीदवारों में 66 प्रतिशत महिलाएं थीं। यह बहुत अच्छी बात है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कौशल विकास को प्राथमिकता देने के लिए एक कार्यक्रम लागू किया है। स्टार्ट-अप में महाराष्ट्र अग्रणी है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि युवा पीढ़ी के बल पर देश एक महाशक्ति की ओर बढ़ रहा है, इसलिए देश का नाम पूरे विश्व में सम्मान से लिया जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को 11वें स्थान से पांचवें स्थान पर लाने का काम किया। इस समय देश में जी-20 की बैठकें चल रही हैं। यह देश के लिए गर्व की बात है कि जी-20 की अध्यक्षता भारत के पास है। देश का भविष्य युवा पीढ़ी के हाथ में है, इसलिए युवा पीढ़ी को दिशा देने का काम किया जा रहा है। नई पीढ़ी को समय के कदमों को पहचानते हुए परम्परागत शिक्षा के साथ-साथ नवीन शिक्षा को अपनाना आवश्यक है। युवा संवाद कार्यक्रम के माध्यम से हम युवाओं को उनके करियर में मार्गदर्शन करने और सरकार की विभिन्न योजनाओं को तक उन तक पहुंचाने का प्रयास करते हैं।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि इस शिविर में विद्यार्थियों को आवश्यक शिक्षा के साथ-साथ शिक्षा, छात्रवृत्ति और रोजगार के विभिन्न अवसरों के लिए दी जाने वाली वित्तीय सहायता, माता-पिता की काउंसलिंग की जाएगी। राज्य में 75 हजार नौकरियां देने का लक्ष्य है । सारथी और महाज्योति के माध्यम से शिक्षा के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर सांसद मनोज कोटक, विधायक आशीष शेलार, विधायक मनीषा कायंडे, कौशल विकास विभाग की प्रधान सचिव मनीषा वर्मा, कौशल विकास विभाग के आयुक्त एन. रामास्वामी, व्यवसाय शिक्षा एवं प्रशिक्षण निदेशालय के निदेशक दिगंबर दलवी, कौशल विकास विभाग के डॉ. अपूर्वा पालकर आदि उपस्थित थे।
साभार -हिस