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‘मैदानों में मौसम शुष्क और पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश, बर्फबारी की संभावना’

  • आज सुबह आया था भूकंप का हल्का झटका, इसका केंद्र टिहरी गढ़वाल की तहसील बालगंगा के पिनस्वाड़ के जंगल में था

देहरादून, प्रदेश में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश से पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। अब मौसम विभाग ने अपने आठ दिन के पूर्वानुमान में मैदानी क्षेत्रों को राहत और पर्वतीय क्षेत्रों में अभी भी आफत के संकेत दिए हैं।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान अब तक पूरी तरह सच साबित हुए हैं। आज चार मई को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ कहीं कहीं हल्की बारिश, बर्फबारी और 35 सौ मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना है। यही स्थिति पांच मई और छह मई को बनी रहेगी। सात मई को कमोबेश यही स्थिति रहेगी। आठ मई को मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि इन्हीं जनपदों यानि उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में हल्की बारिश, बर्फबारी और मैदानों में शुष्क मौसम बना रहेगा जबकि 35 सौ मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी जारी रहेगी।

मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने 35 सौ से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पर्यटकों को बचाव की सलाह दी है। दूसरी तरफ राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र का कहना है कि चारधाम यात्रा में मृतकों की संख्या 20 तक पहुंच गई है। भारी बर्फबारी के कारण बद्रीनाथ में दो, केदारनाथ में 8, गंगोत्री में 4, यमुनोत्री में छह यात्रियों सहित कुल बीस लोग काल के गाल में जा चुके हैं।

गुरुवार को चारों धाम पहुंचने वाले की तीर्थयात्रियों की संख्या 32 हजार 605 थी, जिनमें बद्रीनाथ में 12365, केदारानाथ 6888, गंगोत्री में 7634 और यमुनोत्री में 5718 यात्री पहुंचे जबकि क्रमिक संख्या चारों धामों में तीन लाख 64592 हो गई है। परिचालन विभाग के दिए गए बारिश के आंकड़ों में गैरसैंण में 9 एमएम, पोखरी 20, थराली में 5, चमोली 8.6, जोशीमठ में 15.6, घाट में 13 तथा कर्णप्रयाग में 8 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र की जानकारी में बताया गया कि 4 मई को प्रात: 8 बजकर 59 मिनट 14 सेंकेड पर भूकंप आया। रिएक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.3 थी, जिसका केन्द्र टिहरी गढ़वाल की तहसील बालगंगा के पिनस्वाड़ के जंगल में था। फिलहाल भूकंप से किसी तरह की क्षति की कोई सूचना नहीं मिली है।
साभार -हिस

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