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भाजपा के पूर्व सांसद और आदिवासी नेता नंदकुमार साय कांग्रेस में शामिल

रायपुर, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद और आदिवासी नेता नंदकुमार साय कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने साय को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। नंद कुमार के अचानक भाजपा छोड़ने के निर्णय से भाजपा खेमे में सन्नाटा छाया है।

सोमवार की दोपहर राजीव भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भाजपा के पूर्व सांसद नंदकुमार साय का स्वागत किया और पार्टी की सदस्यता दिलाई। इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें मिठाई खिलाई। इस मौके पर राज्य के वन मंत्री मो अकबर, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, प्रेमसाय सिंह टेकाम, अनिला भेड़िया, सत्यनारायण शर्मा समेत कई नेता मौजूद रहे।
नंदकुमार साय दो बार लोकसभा सांसद और तीन बार के विधायक रह चुके हैं। साय पूर्व में छत्तीसगढ़ और अविभाजित मध्य प्रदेश दोनों में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। भाजपा के प्रमुख आदिवासी चेहरा रहे और उत्तरी छत्तीसगढ़ से ताल्लुक रखने वाले साय पहली बार 1977 में मध्य प्रदेश में तपकरा सीट (अब जशपुर जिले में) से जनता पार्टी के विधायक चुने गए थे। वह 1980 में भाजपा की रायगढ़ जिला इकाई के प्रमुख चुने गए। वर्ष 1985 में तपकरा से भाजपा विधायक चुने गए। इसके बाद वर्ष 1989, 1996 और 2004 में रायगढ़ से लोकसभा सदस्य और 2009 और 2010 में राज्यसभा सदस्य चुने गए। साय 2003-05 तक छत्तीसगढ़ भाजपा अध्यक्ष और 1997 से 2000 तक मध्य प्रदेश भाजपा प्रमुख रहे। नवंबर 2000 में मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद वे छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष के पहले नेता बने। साय 2017 में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) के अध्यक्ष बने। वर्ष 2003 में विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ मरवाही से चुनाव लड़ने की वजह से साय काफी चर्चा में आए थे।

नंदकुमार साय के अचानक इस्तीफे से भाजपा के खेमे में सन्नाटा पसरा है। आदिवासी नेता साय ने अपने इस्तीफे में लिखा है, मुझ पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। मेरी गरिमा को लगातार ठेस पहुंचाई जा रही है, जिससे मैं आहत महसूस कर रहा हूं। उन्होंने अपना इस्तीफा स्वीकार करने का आग्रह करते हुए कहा था कि बहुत गहराई से विचार करने के बाद मैंने भाजपा से अपने सभी पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया। साय को कांग्रेस में ले जाने के लिए कांग्रेस के ही एक स्थानीय नेता ने पृष्ठभूूमि तैयार की है। साय को छत्तीसगढ़ में भाजपा की नींव रखने वाले नेताओं में से एक माना जाता है।
कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा है कि नंदकुमार साय का कांग्रेस पार्टी में स्वागत है। भाजपा में आदिवासी नेताओं की उपेक्षा हो रही है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के कुछ और भी नेता भी पार्टी छोड़ सकते हैं। समय आने पर सब मालूम हो जाएगा।
साभार -हिस

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