Home / National / आईआईएस अधिकारियों को लेनी होगी ‘फेक न्यूज’ से निपटने की जिम्मेदारी : राष्ट्रपति
IAT NEWS INDO ASIAN TIMES ओडिशा की खबर, भुवनेश्वर की खबर, कटक की खबर, आज की ताजा खबर, भारत की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज, इंडिया की ताजा खबर

आईआईएस अधिकारियों को लेनी होगी ‘फेक न्यूज’ से निपटने की जिम्मेदारी : राष्ट्रपति

  • भारतीय सूचना सेवा और भारतीय नौसेना आयुध सेवा के अधिकारियों ने राष्ट्रपति से की मुलाकात

नई दिल्ली, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि भारतीय सूचना सेवा (आईआईएस) के अधिकारियों को तेजी से फैलने वाली फर्जी सूचनाओं ‘फेक न्यूज’ से निपटने की जिम्मेदारी लेनी होगी। सोशल मीडिया के दुरुपयोग की प्रवृत्ति को रोकने के लिए उन्होंने अधिकारियों से समर्पण के साथ काम करने का आग्रह किया।
भारतीय सूचना सेवा (2018, 2019, 2020, 2021 और 2022 बैच) के अधिकारियों व अधिकारी प्रशिक्षुओं और भारतीय नौसेना आयुध सेवा के परिवीक्षाधीनों ने आज राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।
भारतीय सूचना सेवा के अधिकारियों को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों और इसके कामकाज के बारे में नागरिकों को जागरूक बनाने में संचार एक महत्वपूर्ण कारक है। प्रभावी संचार के माध्यम से और सही जानकारी के साथ, आईआईएस अधिकारी नागरिकों को देश की प्रगति में सूचित भागीदार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि आज सूचनाओं के व्यापक और त्वरित प्रसार के साथ ही समान रूप से तेजी से फैलने वाली फर्जी सूचनाओं की चुनौती भी सामने आई है। आईआईएस अधिकारियों को फेक न्यूज से निपटने की जिम्मेदारी लेनी होगी। उन्होंने उनसे प्रौद्योगिकी का उपयोग करने और झूठे आख्यान बनाने के लिए मीडिया, विशेष रूप से सोशल मीडिया के दुरुपयोग की प्रवृत्ति को रोकने के लिए समर्पण के साथ काम करने का आग्रह किया।
राष्ट्रपति ने कहा कि वैश्विक मंच पर भारत की छवि को निखारने में आईआईएस अधिकारियों की अहम भूमिका है। भारत ने हमेशा दुनिया को शांति और भाईचारे का संदेश दिया है। संपूर्ण मानवता के लिए सांस्कृतिक संदेशों के माध्यम से भारत की सॉफ्ट पावर को फैलाना एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है जहां वे एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं।
भारतीय नौसेना आयुध सेवा के अधिकारियों को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें भारतीय नौसेना और भारतीय तट रक्षक दोनों को एक कुशल और सुरक्षित आयुध रसद वितरण प्रणाली प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी में प्रगति और अत्याधुनिक हथियारों की शुरूआत के साथ, उन्हें स्वदेशीकरण के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नवाचार के लिए प्रयास करना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि जहां पिछले दशकों में स्वदेशीकरण की दिशा में काफी कुछ हासिल किया गया है, वहीं अब समय आ गया है कि ‘मेक इन इंडिया’ के विजन के अनुरूप भारत में तकनीकी रूप से उन्नत उपकरणों का निर्माण कर आत्मनिर्भरता का एक नया चरण शुरू किया जाए। उन्होंने आईएनएएस अधिकारियों से नौसेना आयुध के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में पूरे दिल से योगदान देने का आग्रह किया।
राष्ट्रपति ने अधिकारियों को सलाह दी कि वे हमेशा याद रखें कि उनके पद बड़ी जिम्मेदारी और जवाबदेही वाले होते हैं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा लिए गए प्रत्येक निर्णय और कार्रवाई का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से नागरिकों के जीवन पर प्रभाव पड़ेगा। इसलिए, उनके लक्ष्यों को देश के विकास लक्ष्यों और साथी नागरिकों की भलाई के साथ जोड़ा जाना चाहिए।
साभार -हिस

Share this news

About desk

Check Also

महाराष्ट्र विस चुनाव नतीजों पर प्रधानमंत्री ने जताया लोगों का आभार, कहा- यह विकास और सुशासन की ऐतिहासिक जीत

नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के निर्णायक नतीजों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वहां की …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *