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टेक्नोलॉजी के माध्यम से प्राचीन ग्रन्थों व पांडुलिपियों के ज्ञान को भविष्य के लिए सुरक्षित कर रही है सरकार : शाह

 नई दिल्ली, केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार टेक्नोलॉजी के माध्यम से भारत के प्राचीन ग्रन्थों व पांडुलिपियों के ज्ञान को भविष्य के लिए सुरक्षित कर रही है।

शाह ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि उन्होंने आज इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) की ओर से तैयार किए गए ‘वैदिक हेरिटेज पोर्टल’ का लोकार्पण किया है। इस पोर्टल के माध्यम से युवा पीढ़ी वेदों व उपनिषदों के ज्ञान व परंपरा को आगे बढ़ा सकेगी।

शाह ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान उन्होंने 64 कलाओं पर आधारित वर्चुअल म्यूजियम ‘कला वैभव’ का भी लोकार्पण किया। इस म्यूजियम के माध्यम से दुनिया भारत की वास्तुकला, चित्र, नाट्य, संगीत आदि समस्त कलाओं से और अधिक परिचित होगी और विश्व को भारत की वैभवशाली संस्कृति का समृद्ध इतिहास जानने में सुविधा होगी।
उल्लेखनीय है कि आज केन्द्रीय गृहमंत्री शाह ने आईजीएनसीए पहुंचकर ‘वैदिक हेरिटेज पोर्टल’ और वर्चुअल म्यूजियम ‘कला वैभव’ का भी लोकार्पण किया। इस दौरान केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी, आईजीएनसीए के अध्यक्ष राम बहादुर राय, कला केंद्र के सदस्य सचिव सच्चिदानंद जोशी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

वैदिक हेरिटेज पोर्टल को आईजीएनसीए ने हिंदी और अंग्रेजी भाषा में तैयार किया है। इस पोर्टल के माध्यम से पाठक सरल भाषा में वेदों को समझ सकते हैं। इसमें 18 हजार से अधिक वैदिक मंत्रों के ऑडियो एवं विजुअल उपलब्ध हैं। इस पोर्टल पर वैदिक मंत्रों को सरल एवं सहज भाषा में समझाया गया है। पोर्टल को तैयार करने में वेदों को जानने वाले लोग, वेद शोध संस्थानों, वेदपाठी परिवारों सहित दुनियाभर के वेद के जानकारों ने सहयोग किया है। कला केंद्र ने वेदों के ज्ञान को सरल भाषा में आम लोगों तक पहुंचाने के लिए इस पोर्टल को तैयार किया है।
साभार -हिस

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