नई दिल्ली, केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में ‘आर्थिक समीक्षा 2022-23’ पेश करते हुए बताया कि पूरे देश में 06 जनवरी तक 220 करोड़ से अधिक कोरोना टीके लगाए गए। 97 प्रतिशत पात्र लाभार्थियों को कोरोना टीके की कम से कम एक खुराक पहले ही दी जा चुकी है। लगभग 90 प्रतिशत पात्र लाभार्थियों को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं।
आर्थिक समीक्षा के अनुसार 22 करोड़ 40 लाख एहतियाती टीके लगाए जा चुके हैं। को-विन प्लेटफॉर्म ने राष्ट्रीय राज्य और जिला स्तर पर वास्तविक समय के आधार पर निगरानी की, कोरोना टीकों की बर्बादी रोकने में सहायता की।
उल्लेखनीय है कि भारत का राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम 16 जनवरी, 2021 को शुरू हुआ था। यह दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम है। शुरुआत में इसके अंतर्गत सबसे कम समय में देश की वयस्क आबादी को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया था। बाद में 12 वर्ष तक के सभी लोगों को शामिल करने के लिए और एहतियाती खुराक 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को देने के लिए इस कार्यक्रम का विस्तार किया गया।
कोरोना टीकों की शुरुआत में नए टीकों के अनुसंधान और विकास, 2 लाख 60 हजार टीकाकरण कर्मियों का प्रशिक्षण और चार लाख 80 हजार लोगों की अन्य टीकाकरण टीम के सदस्यों का प्रशिक्षण, उपलब्ध वैक्सीन का अधिकतम उपयोग, दुर्गम आबादी और टीकाकरण कार्यक्रम को बढ़ाने के साथ-साथ आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करने की आवश्यकता जैसी कई चुनौतियां शामिल थीं। इसके अलावा 29 हजार कोल्ड चेन केन्द्रों पर टीकों के भंडारण और विकेन्द्रीकृत वितरण, कोल्ड चेन क्षमता बढ़ाने और लाभार्थियों को पंजीकृत करने तथा टीकों के वितरण के लिए सूचना प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म विकसित करने जैसी लॉजिस्टिक चुनौतियों पर भी ध्यान दिया गया। यह कार्यक्रम इन चुनौतियों पर नियंत्रण पाने और कम समय में अपने लक्ष्य प्राप्त करने में सक्षम था।
साभार- हिस