नई दिल्ली, संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर रविवार को नई दिल्ली पहुंचे। पिछले साल सितंबर में कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी किसी देश की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यात्रा वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र के समक्ष पेश आ रही वैश्विक चुनौतियों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का एक अवसर प्रदान करेगी।
विदेश मंत्रालय के अनुसार साबा कोरोसी आज नई दिल्ली में ‘बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी’ का हिस्सा बनेंगे और कल 30 जनवरी को राजघाट पर महात्मा गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष राजधानी दिल्ली में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात करेंगे। इस भेंट वार्ता के दौरान दिसंबर में उनकी पिछली बैठक में उठाए गए विषयों पर चर्चा जारी रहने की उम्मीद है। उनमें महासभा की चल रही प्राथमिकताएं और संयुक्त राष्ट्र संगठन के साथ भारत की साझेदारी शामिल है।
महासभा अध्यक्ष कोरोसी भारत के जी20 सचिवालय का दौरा करेंगे और जी20 शेरपा अमिताभ कांत के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल से भेंट करेंगे, जिसके एजेंडे में इन प्राथमिकताओं के शामिल होने की उम्मीद है। कोरोसी नई दिल्ली में अपनी अन्य सार्वजनिक उपस्थितियों के बीच वर्तमान महासभा सत्र के लिए अपनी प्राथमिकताओं के विषय पर विश्व मामलों की भारतीय परिषद में एक सार्वजनिक भाषण देंगे, जिसका विषय है- एकजुटता, स्थिरता और विज्ञान के माध्यम से समाधान।
महासभा अध्यक्ष नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ट्रांसफॉर्मेशन इंडिया के वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ भारत की जल संरक्षण परियोजनाओं पर चर्चा करेंगे। इसे नीति आयोग के नाम से भी जाना जाता है। नीति आयोग की प्राथमिक जिम्मेदारी भारत में सतत विकास लक्ष्यों के प्रयासों को लागू करना और समन्वय करना है।
महासभा अध्यक्ष बेंगलुरू में भी कुछ कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे, जहां उनके एक जल परियोजना स्थल का दौरा करने की उम्मीद है। शहर में रहते हुए, वे भारतीय विज्ञान संस्थान में राष्ट्रीय वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों के साथ भी बातचीत करेंगे। कोरोसी भारत में संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर शॉम्बी शार्प से भी मुलाकात करेंगे। कोरोसी के साथ आए प्रतिनिधिमंडल में उनके कैबिनेट प्रमुख लास्ज़्लो स्जोके, मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार जोहान्स कल्मन और कार्यालय के दो वरिष्ठ सहयोगी शामिल हैं।
साभार- हिस