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क्षेत्र में डेढ़ सौ मिलीमीटर बारिश और 4 से 6 फुट तक गिर सकती है बर्फ
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889 घरों में दरारें आई हैं जबकि 449 घरों को कराया गया है खाली
देहरादून, उत्तराखंड मौसम विभाग की चेतावनी से जोशीमठ आपदा पीड़ितों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मौसम विभाग के जारी अलर्ट के अनुसार प्रभावित क्षेत्र में 23 जनवरी से लेकर 27 जनवरी तक भारी बारिश और बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है। इससे आपदा पीड़ितों के चेहरों पर साफ चिंता की लकीरें देखी जा सकती हैं।
इस आपदा के कारण अब तक 449 घरों को खाली कराया जा चुका है, जिनमें रहने वाले एक हजार के आसपास लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं जबकि लगभग 900 घरों में दरारें आ चुकी हैं। अगर मौसम खराब होने के कारण अन्य लोगों को भी घर छोड़ने पड़ते हैं तो इन लोगों के आवास और खाने पीने की व्यवस्था करने की गंभीर चुनौती जहां शासन प्रशासन के सामने खड़ी हो जाएगी वहीं दरारों को चौड़े होने से खतरे का दायरा भी बढ़ सकता है। हालांकि जिला प्रशासन सिंचाई विभाग की रिटेनिंग वाल को बनाने और दरारों को भरने का काम भी कर रहा है लेकिन भारी बारिश और बर्फबारी के कारण आपदा विकराल रूप ले सकती है।
आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा के अनुसार 4000 से अधिक घर पंजीकृत हैं जिनमें से 889 घरों में दरारें आई हैं जबकि 449 घरों को खाली कराया गया है।
मौसम विभाग का कहना है कि इस दौरान क्षेत्र में डेढ़ सौ मिलीमीटर बारिश और 4 से 6 फुट तक बर्फ गिर सकती है। मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह का कहना है कि खराब मौसम के कारण आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बड़ा नुकसान हो सकता है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्र को खाली कराने का सुझाव दिया है। मौसम विभाग की इस चेतावनी के बाद जहां प्रभावितों के चेहरों पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं वहीं जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग की चिंताओं को और बढ़ा दिया है।
साभार- हिस