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दोनों सेनाओं के बीच 2016 से प्रबल दोस्ती के रूप में शुरू किया गया था यह अभ्यास
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इसमें दक्षिणी कमान और गोरखा राइफल्स के सैनिक ले रहे हैं हिस्सा
नई दिल्ली, भारत और कज़ाख़िस्तान की सेनाओं ने गुरुवार से उमरोई (मेघालय) में सैन्य अभ्यास ‘काजिंद’ शुरू किया है। संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास का छठा संस्करण 28 दिसंबर तक चलेगा। कज़ाख़िस्तान की सेना के साथ संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण अभ्यास 2016 से प्रबल दोस्ती के रूप में शुरू किया गया था, जिसे बाद में कंपनी स्तर के अभ्यास में अपग्रेड किया गया। वर्ष 2018 में इसका नाम बदलकर अभ्यास ‘काजिंद’ कर दिया गया।
कज़ाख़िस्तान सेना के साथ अभ्यास में भारतीय सेना की दक्षिणी कमान और गोरखा राइफल्स के सैनिक हिस्सा ले रहे हैं। सैन्य अभ्यास का उद्देश्य सकारात्मक सैन्य संबंध आगे बढ़ाना, एक-दूसरे की सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को साझा करना और अर्ध शहरी/जंगली परिदृश्य में काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशन पर कार्य करते हुए एक साथ सैन्य गतिविधियों को आयोजित करने की क्षमता को बढ़ावा देना है। यह संयुक्त अभ्यास दोनों सेनाओं को संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना अभियानों में आने वाले संभावित खतरों को बेअसर करने के लिए संयुक्त सामरिक अभ्यासों की एक श्रृंखला के तहत प्रशिक्षित करने, योजना बनाने और निष्पादित करने में सक्षम बनाएगा।
सैन्य प्रवक्ता सुधीर चमोली के अनुसार इस अभ्यास के अंतर्गत बटालियन स्तर पर एक कमांड पोस्ट अभ्यास (सीपीएक्स) और उप-पारंपरिक संचालन पर कंपनी स्तर के फील्ड प्रशिक्षण अभ्यास (एफटीएक्स) शामिल हैं। प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान दोनों सेनाओं के सैनिक संयुक्त योजना, संयुक्त सामरिक अभ्यास, विशेष हथियार कौशल, एचएडीआर और शत्रुतापूर्ण लक्ष्य पर हमला करने से लेकर विभिन्न मिशनों में शामिल होंगे। ‘काजिंद’ अभ्यास भारतीय सेना एवं कज़ाख़िस्तान सेना के बीच रक्षा सहयोग के स्तर को बढ़ाएगा, जिससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा मिलेगा।
साभार-हिस