कठुआ ,24 साल के अंतराल के बाद हीरानगर सेक्टर की अंतर्राष्ट्रीय भारत पाक सीमा पर जिला प्रशासन के हस्तक्षेप, सीमा सुरक्षा बल के सहयोग और कृषि उत्पादन किसान कल्याण विभाग कठुआ के निरंतर प्रयासों से, करोल कृष्णा और करोल मात्रा के सीमावर्ती क्षेत्रों के किसानों ने रबी सीजन 2022 के लिए गेहूं की फसल की बुवाई शुरू की।
किसानों द्वारा चिन्हित 60 एकड़ की परित्यक्त भूमि को 24 वर्ष के अंतराल के बाद भारत पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगी करोल कृष्णा चौकी और करोल मात्रा में पहली बार गेहूं की फसल के साथ बोया गया। संजीव राय गुप्ता ने जिला प्रशासन विशेष रूप से डीसी कठुआ राहुल पांडे (आईएएस) और चंद्रशेखर, कमांडेंट बीओपी चक चांगी को उनके व्यक्तिगत हस्तक्षेप और बॉर्डर आउट पोस्ट करोल मात्रा और करोल कृष्ण के क्षेत्र के किसानों को समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया।
कठुआ के मुख्य कृषि अधिकारी संजीव राय गुप्ता ने भी किसानों को कृषि और किसान कल्याण विभाग कठुआ से नियमित और समय पर तकनीकी सहायता देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सुपर सीडर जैसी आधुनिक मशीनरी के उपयोग से किसानों के समय और धन की बचत होगी और यह कृषि के आधुनिकीकरण में एक बड़ी पहल है। उन्होंने सीमा क्षेत्र में सुरक्षित और परेशानी मुक्त खेती सुनिश्चित करने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों के अथक प्रयासों की भी प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष (रबी 2022-23) के दौरान गेहूं की बुवाई का लक्ष्य 200 एकड़ तक बढ़ाया गया है जिसे सभी हितधारकों, सरकारी एजेंसियों और विभागों के सहयोग से पूरा किया जाएगा। सीमावर्ती क्षेत्र के प्रफुल्लित किसानों ने जिला प्रशासन, सीमा सुरक्षा बल और कृषि उत्पादन और किसान कल्याण विभाग कठुआ को उनके निरंतर और ज़ोरदार समर्थन के लिए सराहना की और धन्यवाद दिया। गौरतलब है कि कृषि एवं किसान कल्याण विभाग कठुआ की ओर से सीमा बुवाई के प्रभारी अधिकारी नारायण जसरोटिया जेएईओ संजय सिंह एईए सीमा चौकी चंगी, करोल कृष्णा और करोल मात्रा के किसानों को गेहूं की फसल की बुवाई के लिए निरंतर तकनीकी सहायता सुनिश्चित कर रहे हैं।
साभार-हिस