विशाखापट्टनम, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शनिवार को आंध्र प्रदेश में 15 हजार करोड़ की नौ परियोजनाओं का शुभारंभ व शिलान्यास करेंगे। राज्य सरकार ने इसके लिए सभी तैयारियां पूरी की ली हैं। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आंध्र प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार शाम विशाखापट्टनम पहुंचेंगे । मुख्यमंत्री सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी नौ सेना के हवाई अड्डा आईएनएस देगा पर उतरेंगे। यहां मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे। प्रधानमंत्री यहां से सीधे पूर्वी नौसेना कमांड के अतिथि गृह के लिए रवाना होंगे। इस दौरान आईएनएस देगा से नेवल डॉकयार्ड तक प्रधानमंत्री मोदी भाजपा कार्यकर्ताओं के एक रोड शो में भी भाग लेंगे।
सूत्रों के अनुसार शनिवार को सुबह 9:40 पर आंध्र यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग कॉलेज के मैदान पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्य में 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक की नौ परियोजनाओं का शुभारंभ या आधारशिला करेंगे। इस समारोह में मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री व राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। प्रधानमंत्री इंजीनियरिंग कॉलेज के मैदान पर एक जनसभा को भी संबाेधित करेंगे। कार्यक्रम के अनुसार जनसभा के बाद प्रधानमंत्री 11:45 पर फिर हेलीकॉप्टर से जरिए पूर्वी नौसेना कमांड के हवाई अड्डे आईएनएस देगा पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री यहां से शनिवार दोपहर बाद तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के लिए रवाना होंगे।
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के संबंध में विशाखापट्टनम के पुलिस आयुक्त ने बताया कि प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर 10 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी 2019 के बाद पहली बार विशाखापत्तनम आ रहे हैं। माना जा रहा है कि मोदी की दो दिवसीय राज्य यात्रा भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने का काम करेगी। इस संबंध में भाजपा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा निश्चित रूप से राज्य में भाजपा को मजबूत करेगी। भाजपा नए रेलवे क्षेत्र, एचपीसीएल विस्तार, ईएसआई, आईआईपीई आदि के शुभारंभ के लिए एक और कार्यक्रम की मेजबानी करने की भी योजना बना रही है। वह लोगों तक यह संदेश पहुंचाना चाहती है कि परियोजनाओं को केंद्र का पूरा समर्थन है। प्रधानमंत्री के प्रवास के दौरान तेदेपा समेत विभिन्न राजनीतिक दलों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने उनसे मिलने के लिए समय मांगा है।
साभार-हिस