नई दिल्ली,सरकारी आकड़ो के अनुसार 2018 से 2020 के दौरान बिजली गिरने से आठ हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। वहीं हिमस्खलन और हिमपात से पिछले तीन वर्षों में 60 लोगों की जान गई है।
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की ओर से बुधवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के उत्तर में उक्त जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में 2357, 2019 में 2876 और 2020 में 2862 लोगों की देशभर में बिजली गिरने से मौत हुई है। वहीं हिमपात की बात करें तो वर्ष 2019-20 में 24, 2020-21 में 24 और 2021-22 में 12 लोगों की मौत हुई है।
उन्होंने बताया कि रक्षा भू-विज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान (डीजीआरआई) ने हिमालय के बर्फीले क्षेत्रों में जीवन की सुरक्षा के लिए हिमस्खलन की सटीक भविष्यवाणी से जुड़ी कई प्रौद्योगिकी का विकास किया है।
इनमें एआई/एमएल (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस/मशीन लर्निंग) आधारित हिमस्खलन पूर्वानुमान। बर्फ के ढके क्षेत्रों के लिये हिमस्खलन चेतावनी प्रणाली (एडब्ल्यूएस) नेटवर्क और सतही वेधशालाओं में वद्घि। हिमस्खलन इंजीनियरिंग नियंत्रण संरचनाएं।हिमस्खलन के कृत्रिम ट्रिगरिंग के लिए प्रौद्दोगिकी। हिमस्खलन के लिए पूर्व चेतावनी रडार।हिमस्खलन से बचाव रडार। हिमस्खलन संबंधी चेतावनी के प्रसार के लिए कॉमन अलर्ट प्रोटोकॉल (सीएपी) के अनुरूप ऑनलाइन ऐप शामिल है।
साभार -हिस