दिल्ली में इस संबंध में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए संजय सिंह ने कहा कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि 100 अग्निवीरों में से 25 को सेना में स्थायी किया ही जाएगा। 4 साल बाद 100 प्रतिशत अग्निवीरों को निकाल के बाहर कर दिया जा सकता है। अग्निवीरों को वापस सेना में भर्ती के लिए दोबारा अप्लाई करना होगा और नियमों के मुताबित सरकार 25 प्रतिशत तक को सेना में स्थायी करेगी यानी सरकार चाहे तो केवल 2 प्रतिशत को ही बहाली दे सकती है।
उन्होंने कहा कि अग्निवीरों को पेंशन नहीं मिलेगी, शहीद का दर्ज़ा भी नहीं मिलेगा, मेडिकल की सुविधा नहीं मिलेगी और कैंटीन की सुविधा नहीं मिलेगी। वहीं कोई एक दिन का भी सांसद या विधायक बन जाता है तो उसे जीवन भर पेंशन दी जाती है।
साभार -हिस